वाराणसी
महात्मा गांधी का कोई विकल्प नहीं- प्रो शशि कांत पाण्डेय
श्री अग्रसेन कन्या पी जी कॉलेज वाराणसी के गांधी अध्ययन केंद्र एवम
आई क्यू ए सी के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शहीद दिवस पर “वर्तमान परिप्रेक्ष्य में महात्मा गांधी की प्रासंगिकता “विषय पर राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया। इस आभासी मंच में प्रथम वक्ता डॉक्टर मुन्ना लाल गुप्ता असिस्टेंट प्रोफेसर, महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा ने अपने वक्तव्य में यह कहा कि महात्मा गांधी हर देश व काल में प्रासंगिक है वर्तमान समय में हम जिससे स्वदेशी ,मेक इन इंडिया, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ ,स्वच्छता की बात कर रहे हैं इन बातों की प्रासंगिकता को महात्मा गांधी ने 100 साल पहले ही बताई थी। कार्यक्रम में दूसरे वक्ता डॉ संजय कुमार एसोसिएट प्रोफेसर एंड हेड, राजनीति विज्ञान वाई.डी .पी .जी. कॉलेज खीरी लखीमपुर ने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन ही अपने आप में एक संदेश हैं उनकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं रहा। वर्तमान समय में अमीरी और गरीबी की बढ़ती खाई शिक्षा के निजीकरण को महात्मा गांधी के विचारधारा को अपनाकर ही हम दूर कर सकते हैं। कार्यक्रम के तीसरे वक्ता डॉ मनोज कुमार राय महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा के गांधी और पीस स्टडी स्कूल के विभागाध्यक्ष ने महात्मा गांधी के जीवन के अंतिम दिनों की घटनाओं का जीवंत वर्णन कर बताया कि महात्मा गांधी को मृत्यु से कोई भय नहीं था वे यह मानते थे की मृत्यु एक नए जीवन की शुरुआत है ।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ के राजनीति शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर शशि कांत पांडेय ने अपने उद्बोधन में यह कहा कि वर्तमान समय में बढ़ता मानवीयता के यंत्रीकरण, प्रकृति के दोहन और वर्तमान विश्व में बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए गांधीजी के विचार बहुत ही प्रासंगिक हैं। इस अवसर पर इस कार्यक्रम की अध्यक्ष, महाविद्यालय की आदरणीय प्राचार्य प्रोफेसर मिथिलेश सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि गांधी केवल एक नाम नहीं बल्कि एक विचारधारा है। विषय प्रवर्तन करते हुए गांधी अध्ययन केंद्र के पूर्व निदेशक व सह आचार्य एवम् अध्यक्ष,मनोविज्ञान विभाग ने कहा कि गांधी जी की जो प्रासंगिकता कल थी और आज है वह आगे भी बनी रहेगी और गांधी विचार हमें सालों साल ऊर्जा प्रदान करते रहेंगे।कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के गांधी अध्ययन केंद्र के समन्वयक डॉक्टर आकाश ने किया। धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय के आइक्यूएसी की समन्वयक एवम् संयोजक डॉ अनीता सिंह ने किया।गांधी अध्ययन केंद्र की सह समन्वयक डा निशा पाठक ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में अनेक महाविद्यालयों के प्रवक्तागण,गांधीवादी विचारधारा के लोग तथा विद्यार्थी उपस्थित रहे।