वाराणसी
महाकुंभ की भीड़ से थमे वाराणसी के 13 विकास कार्य
वाराणसी में महाकुंभ के स्नान और दर्शन-पूजन के लिए उमड़ रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का असर शहर के 13 प्रमुख विकास कार्यों पर पड़ रहा है। निर्माण कार्यों को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है, जिससे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की गति धीमी हो गई है। गुरुवार को काशी नगरी में श्रद्धालुओं की इतनी ज्यादा भीड़ उमड़ पड़ी जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल की संख्या मानो कम पड़ गई। लेकिन वाराणसी पुलिस पूरी मुस्तैदी के साथ अपना दायित्व निभा रही है। कोतवाली से ही बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए काफी लंबी लाइन लगी हुई है।
मैदागिन चौराहे पर तीर्थ यात्रियों का हुज़ूम इतना ज्यादा है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है
पीडब्ल्यूडी के तीन बड़े प्रोजेक्ट—फुलवारिया से मंडुवाडीह, रवींद्रपुरी और मोहनसराय से कैंट मार्ग—भीड़ के चलते ठप हो गए हैं। इसके अलावा, वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) के तहत दशाश्वमेध प्लाजा, पाथवे, फुलवरिया रोड फर्नीचर और गोदौलिया क्षेत्र में प्रस्तावित रोपवे प्रोजेक्ट भी रुका हुआ है।
नगर निगम के छह महत्वपूर्ण कार्य, जिनमें अतिक्रमण हटाना, गृहकर वसूली, स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत, सड़क निर्माण, पेयजल और सीवर व्यवस्था शामिल हैं, धीमी गति से चल रहे हैं। कई चौराहों का चौड़ीकरण हो चुका है, लेकिन तारकोल बिछाने का कार्य अभी लंबित है।
काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए मैदागिन के मालवीय बाजार से ही श्रद्धालुओं की काफी लंबी लाइन लगी हुई है
भीड़ को ध्यान में रखते हुए सभी संबंधित विभागों ने बैठक कर विकास कार्यों को सुचारू रूप से पूरा करने की रणनीति बनाई है। वाराणसी के मेयर अशोक कुमार तिवारी के अनुसार, सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि श्रद्धालुओं की भीड़ कम होते ही निर्माण कार्य तेज गति से पूरे कराए जाएं।
महाकुंभ के कारण फिलहाल वाराणसी के बुनियादी विकास कार्यों की रफ्तार धीमी हो गई है, लेकिन प्रशासन जल्द ही इन्हें फिर से गति देने के लिए तैयार है।