मऊ
मऊ में दरभंगा के किसानों को बीज उत्पादन का प्रशिक्षण
दरभंगा, बिहार से आए 30 किसान राष्ट्रीय बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, कुशमौर, मऊ में आयोजित पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। 17 से 21 फरवरी 2025 तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्देश्य मोटे अनाज में गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन की तकनीकों से किसानों को अवगत कराना है। कार्यक्रम की शुरुआत पुष्प गुच्छ भेंट कर और ICAR गीत के साथ हुई।
संस्थान के निदेशक डॉ. संजय कुमार ने किसानों से बातचीत के दौरान उनकी जागरूकता को परखा और बताया कि किसी भी फसल की नई किस्म विकसित करने में कृषि वैज्ञानिकों को करीब 12 साल लगते हैं।
उन्होंने किसानों को संकर और उन्नत बीजों में अंतर समझने, बीजों के नाम और उनकी विशेषताओं की जानकारी रखने की सलाह दी। इसके साथ ही उन्होंने युवा किसानों को बीज व्यवसाय से जुड़ने के लिए प्रेरित किया ताकि वे अपनी आय बढ़ा सकें।प्रधान वैज्ञानिक डॉ. अंजनी कुमार सिंह ने संस्थान की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए किसानों को स्वयं बीज उत्पादन के लिए प्रेरित किया।
वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. कल्याणी कुमारी ने बीज प्रमाणीकरण की प्रक्रियाओं, महत्वपूर्ण फसलों के प्रक्षेत्र और बीज मानकों की जानकारी दी। उन्होंने व्यावहारिक सत्र के दौरान किसानों को बीज प्रयोगशाला में विभिन्न तकनीकों से भी अवगत कराया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्वयन डॉ. अंजनी कुमार सिंह, आलोक कुमार, डॉ. पवित्रा और शिवम्मा द्वारा किया जा रहा है।