चन्दौली
भारतमाला प्रोजेक्ट: मुआवजा विवाद में गरमाया माहौल, राजस्व टीम लौटी खाली हाथ

बबुरी (चंदौली)। भारतमाला एक्सप्रेसवे निर्माण के दौरान किसानों की जमीन अधिग्रहित की जा रही है, जिसके लिए सरकार हिस्से के अनुसार चार गुना मुआवजा दे रही है। लेकिन मुआवजा वितरण में भारी विसंगतियाँ सामने आ रही हैं। किसान मुआवजे को लेकर तहसील और एसडीएम न्यायालय के चक्कर लगा रहे हैं, बावजूद इसके कई किसानों का मामला अब भी लंबित है।
इसी क्रम में, बिना मुआवजा दिए जमीन अधिग्रहण कराने पहुंचे नायब तहसीलदार को किसानों के आक्रोश का सामना करना पड़ा।
सूत्रों के अनुसार, नायब तहसीलदार अपने सहयोगियों के साथ खुरुहूजा गांव पहुंचे थे, जहां एक किसान का मामला दूसरी बार संशोधन के बावजूद हल नहीं हुआ था। इसी बीच राजस्व विभाग की टीम भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया के लिए मौके पर पहुंच गई। किसान अपनी आपत्ति दर्ज करा ही रहा था कि नायब तहसीलदार उंगली उठाकर तेवर दिखाने लगे। किसान ने इसका विरोध किया। विवाद के दौरान नायब तहसीलदार का चालक भी बहस में कूद पड़ा, जिससे मामला और बिगड़ गया।
किसानों ने पहले चालक का विरोध किया, बात हाथापाई तक पहुंच गई। चालक से मारपीट होता देख नायब तहसीलदार ने ‘मजिस्ट्रेट’ होने का रौब दिखाकर किसानों की ओर बढ़ने की कोशिश की, लेकिन किसान आक्रोशित हो उठे। स्थिति बिगड़ती देख नायब तहसीलदार की सुरक्षा में तैनात होमगार्ड मौके से भाग निकले।
घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम सदर दिव्या ओझा, नायब चित्रसेन यादव और पुलिस बल मौके पर पहुंचा। एसडीएम ने किसानों को आश्वासन दिया कि मुआवजा दिए बिना किसी भी किसान की जमीन अधिग्रहित नहीं की जाएगी।