गाजीपुर
भांवरकोल: जाम की समस्या ने बढ़ायी लोगों की मुश्किलें
गाजीपुर (जयदेश)। भांवरकोल क्षेत्र के स्थानीय विकास खंड स्थित पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का हैदरिया (फखनपुरा) उतार स्थल, जो बिहार को जोड़ने वाले बक्सर-भरौली गंगा पुल से लगभग 19 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, उस पर हमेशा जाम की समस्या बनी रहती है। छोटे-बड़े सभी वाहनों को यह दूरी तय करने में आठ घंटे तक का समय लगना आम हो गया है।
लखनऊ से हैदरिया तक पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के संचालन के बाद से पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली से भारी वाहनों का बिहार और बंगाल की ओर जाने के लिए इस राजमार्ग पर दबाव बढ़ा है। लेकिन राजमार्ग का चौड़ीकरण नहीं हुआ और न ही अंग्रेजों के जमाने में बनी ओकी नदी पर सकरी पुल का विस्तार किया गया। इसके चलते आए दिन क्षेत्र में लंबा जाम लग जाता है।
मच्छटी पुलिस चौकी, बढ़नपुरा के पाताल गंगा चट्टी और जसदेवपुर मोड़ पर स्थानीय सब्जी मंडियों में पिकअप, ट्रैक्टर-ट्रॉलियों, साइकिलों और ठेलों के कारण जाम की स्थिति और गंभीर हो जाती है। राजमार्ग के दोनों ओर सब्जी बाजार लगने के कारण ब्लॉक मुख्यालय भांवरकोल, सलारपुर चट्टी और अन्य इलाकों में जाम आम बात हो गई है।
पिछले दो सालों में बलिया के कोटवां से हैदरिया के बीच कम से कम दो दर्जन से अधिक दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। जाम और वाहनों के अनियंत्रित होने की वजह से कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
भरौली से गाजीपुर जाने वाले यात्रियों को बस या टेंपो से भी पूरे दिन का समय लग जाता है। भारी वाहनों के कारण राजमार्ग कभी खाली नहीं रहता, जिससे आम लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ता है।
इस संबंध में एसपी गाजीपुर डॉ. ईरज राजा ने बताया कि भारी वाहनों की संख्या काफी अधिक है और दो स्थानों पर सड़क की पुलियों का पुनर्निर्माण नहीं हो पाया है। हालांकि, राजमार्ग और पुलियों को चौड़ा करने के लिए एनएचएआई से अनुरोध किया गया है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि राजमार्ग और पुल का जल्द चौड़ीकरण किया जाए ताकि जाम की समस्या का समाधान हो और दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
भांवरकोल क्षेत्र में जाम और दुर्घटनाओं की समस्या से आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। अगर जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो यह स्थिति और गंभीर हो सकती है।
