वाराणसी
भद्रासी के आयुष चिकित्सालय में स्वर्णप्राशन शिविर आयोजित
बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए दी स्वर्णप्राशन की नि:शुल्क खुराक
वाराणसी । भद्रासी स्थित एकीकृत आयुर्वेद अस्पताल में गुरुवार को स्वर्णप्राशन शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए 150 बच्चों को स्वर्णप्राशन की नि:शुल्क खुराक दी गयी।
क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डा. भावना द्विवेदी ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना बेहद ही जरूरी है। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद से जुड़े हमारे ऋषि मुनियों ने हजारों वर्ष पूर्व वायरस और बैक्टीरिया जनित बीमारियों से लड़ने के लिए एक ऐसा रसायन तैयार किया था जिसे स्वर्णप्राशन कहा जाता है। इसे शुद्ध स्वर्णभस्म के निश्चित अनुपात में गाय के घी व शहद के साथ ड्रॉप के रूप में तैयार किया जाता है। उन्होंने बताया कि स्वर्णप्रशान बच्चों के लिए बेहद ही लाभदायक होता है। यह उनकी इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ-साथ उनकी बौद्धिक क्षमता को बढ़ाने में भी मददगार होता है। उन्होंने बताया कि इस बात को ध्यान में रखकर ही विभाग की ओर से आज इस कैम्प का आयोजन किया गया था ताकि क्षेत्र के अधिक से अधिक बच्चे इस कैम्प का लाभ उठा सकें । उन्होंने बताया कि पूर्वाह्न 10 से दो बजे तक आयोजित इस कैम्प में 150 से अधिक बच्चों का स्वर्णप्रशन किया गया। प्रारम्भ में भद्रासी आयुष अस्पताल के अधीक्षक डा. नरेन्द्र कुमार सिंह ने एक बच्चे को स्वर्णप्राशन की खुराक देकर कैम्प की शुरूआत की।
इस कैम्प में अपने आठ वर्षीय बेटे सार्थक का स्वर्णप्रशन कराने आये मातलदेयी क्षेत्र निवासी धर्मेन्द्र कुमार ने बताया कि इसके पहले उन्होंने आयुर्वेद महाविद्यालय में हर माह लगने वाले कैम्प में बेटे का स्वर्णप्राशन कराया था लेकिन अब घर के पास ही इस अस्पताल के खुल जाने और यहां पर इस कैम्प के आयोजन से उन्हें दूर नहीं जाना होगा। ऊंच गांव निवासी हनुमान राजभर ने कहा कि उन्होंने अपने सात वर्षीय बेटे अंश का स्वर्णप्राशन कराया है। इसे वह अब बराबर कराते रहेंगे ताकि उनके बेटे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ जाए।