वाराणसी
ब्रह्माकुमारीज़ सारनाथ में मनाया गया रक्षाबंधन उत्सव

वाराणसी (सारनाथ)। सनातन संस्कृति की वसुधैव कुटुम्बकम् भावना को साकार करता रक्षाबंधन पर्व ब्रह्माकुमारीज़ सारनाथ के क्षेत्रीय कार्यालय में दिव्यता और अध्यात्मिक उल्लास के साथ मनाया गया। इस विशेष अवसर पर संस्था की बहनों ने अपने अलौकिक भाईयों को रक्षासूत्र बांधकर बुराइयों के त्याग का संकल्प दिलाया।
कार्यक्रम की शुरुआत संस्था के सभागार में हुई, जहां क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी सुरेंद्र दीदी ने उपस्थित श्रद्धालुओं को शुभाशीर्वचन दिए और प्रेम, एकता व श्रेष्ठ आचरण पर बल दिया। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन केवल रक्षा का नहीं, आत्मिक जागरण और मानवीय मूल्यों की पुनर्स्थापना का पर्व है।
संस्था के क्षेत्रीय प्रबंधक ब्र.कु. दीपेंद्र ने रक्षाबंधन की वास्तविकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भाई बहन का रिश्ता केवल खून का नहीं, आत्मिक और शाश्वत संबंध है। हर पुरुष को नारी के सम्मान और सुरक्षा हेतु सदैव तत्पर रहना चाहिए।
इस अवसर पर हज़ारों की संख्या में श्रद्धालुओं और संस्था से जुड़े सदस्यों ने यह संकल्प लिया कि वे नारी को अपनी बहन के समान समझते हुए हर हाल में उसकी रक्षा करेंगे। बहनों ने भी अपने अलौकिक भाइयों की कलाई पर राखी बांधते हुए बुराईयों को त्यागने का वचन लिया, जिसमें क्रोध, ईर्ष्या, आलस्य जैसी आदतों से मुक्ति का लक्ष्य लिया गया।
कार्यक्रम का संचालन मोटिवेशनल ट्रेनर ब्रह्माकुमारी तापोसी बहन ने भावनात्मक और प्रेरक अंदाज़ में किया, जबकि संपूर्ण आयोजन व्यवस्था की ज़िम्मेदारी संस्था के क्षेत्रीय मीडिया एवं पीआर प्रभारी ब्र.कु. विपिन ने कुशलतापूर्वक निभाई। समारोह में डॉ. के.पी. जायसवाल, डॉ. योगेश्वर सिंह, संजय श्रीवास्तव सहित सैकड़ों गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।