शिक्षा
बोर्ड की कापियों में सुन्दर लिखावट पर मिलेगा एक अतिरिक्त अंक
वाराणसी। माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट परीक्षा की कापियों का मूल्यांकन करते समय यदि कोई परीक्षक किसी कापी में नब्बे प्रतिशत से अधिक और शून्य अंक दे देता है तो उन कापियों की पुनः जांच उप प्रधान परीक्षक द्वारा कराईं जाएगी। स्वच्छ और सुन्दर लिखावट पर परीक्षार्थियों को एक अंक अतरिक्त प्रदान किया जाएगा। यह अंक प्रदान करते समय इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि परीक्षार्थी का कुल प्राप्तांक , प्रश्न पत्र के पूर्णांक से अधिक न हो जाए।
परीक्षकों को स्टेप बाई स्टेप मार्किंग करना अनिवार्य होगा। यदि किसी प्रश्न का उत्तर तीन स्टेप में पूर्ण हो रहा है और उसमें से परीक्षार्थी ने एक स्टेप गलत किया है और दो स्टेप सही किया है तो उसे दो सही स्टेप के अंक दिए जाएंगे। प्रश्नों के सही हल पर एस का चिन्ह लगाया जाएगा। गलत उत्तर वाले प्रश्न पर क्रास का चिन्ह लगाया जाएगा और उस पर शून्य अंक अंकित किया जाएगा। हाईस्कूल के परीक्षक को एक दिन में अधिकतम 50 और इंटरमीडिएट के परीक्षक को अधिकतम 45 कापियां जांचना है। मूल्यांकन कार्य की शुरुआत पहले दिन उप प्रधान परीक्षकों द्वारा आदर्श उत्तर पुस्तिका के रूप में 20 कापियों का मूल्यांकन करके किया जाएगा। इन आदर्श मूल्यांकित कापियों को उप प्रधान परीक्षक अपने अधीनस्थ परीक्षकों को दिखाएगा।
इसके बाद परीक्षकों से कापियों का मूल्यांकन कराया जाएगा। प्रतिदिन जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा नियुक्त दो सदस्यीय अंकेक्षण टीम जांची गई कापियों की 15 प्रतिशत रैण्डम चेकिंग करेगी। परीक्षक द्वारा आधा प्रतिशत त्रुटि करने पर 25 प्रतिशत, एक प्रतिशत त्रुटि करने पर 50 प्रतिशत और दो प्रतिशत त्रुटि करने पर 85 प्रतिशत की कटौती उसके पारिश्रमिक में से की जाएगी।
दो प्रतिशत त्रुटि वाले परीक्षक को तीन साल के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। मूल्यांकन के संबंध में से उप नियंत्रक का प्रशिक्षण क्षेत्रीय कार्यालय वाराणसी में 14 मार्च को हुआ। इस प्रशिक्षण में जिले के पांचों मूल्यांकन केंद्रों के उप नियंत्रकों ने भाग लिया। प्रशिक्षण लेने के बाद उप नियंत्रक जिले में 15 मार्च को उप प्रधान परीक्षक और परीक्षकों को प्रशिक्षण देंगे। मूल्यांकन का कार्य 16 मार्च से शुरू हो जाएगा।