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बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार 1947 के विभाजन की देन: योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों पर हो रहे अत्याचारों पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि वहां हिंदू, बौद्ध और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमले, उनकी संपत्तियों की लूट और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार जैसी घटनाएं चिंताजनक हैं। यह सब 1947 में देश विभाजन के दौरान बोए गए कटुता के बीजों का नतीजा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर ने 1946-47 में ही ऐसे हालात को लेकर आगाह किया था। उन्होंने जनता से विभाजन को रोकने की अपील की थी, लेकिन उनकी चेतावनियों को नजरअंदाज कर दिया गया। सीएम योगी ने बाबा साहब की दृष्टि और आदर्शों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने वंचित और शोषित वर्गों के लिए आजीवन संघर्ष किया।
‘सच स्वीकारने से बच रहे हैं कुछ दलित हितैषी’
योगी आदित्यनाथ ने कुछ राजनीतिक दलों और नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा कि जो लोग दलितों को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करते हैं, वे बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों पर चुप्पी साधे हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, “1971 में बांग्लादेश में हिंदू आबादी 22% थी, जो अब घटकर मात्र 6-8% रह गई है। अगर यही हालात जारी रहे तो यह संख्या और कम हो जाएगी।”
उन्होंने दलितों के साथ हुए ऐतिहासिक अन्याय का जिक्र करते हुए कहा कि हैदराबाद के निजाम के शासन में दलितों के गांव जलाए गए थे और तब भी इन तथाकथित नेताओं ने चुप्पी साधी थी।
‘गरीबों और दलितों के लिए साकार हो रहे हैं बाबासाहेब के सपने’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार बाबा साहब के आदर्शों को अपनाते हुए वंचित और गरीबों के कल्याण के लिए काम कर रही है। उन्होंने फ्री टॉयलेट, आवास, पेंशन, स्कॉलरशिप और अन्य योजनाओं का जिक्र किया। सीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने अनुसूचित जाति और जनजाति वर्गों के छात्रों को शिक्षा में समर्थन देने के लिए शुल्क प्रतिपूर्ति और स्कॉलरशिप की योजनाएं लागू की हैं। “हम जीरो पावर्टी के लक्ष्य पर काम कर रहे हैं और आने वाले समय में गरीबी पूरी तरह खत्म होगी,” योगी ने कहा।
‘लखनऊ में बनेगा अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर’
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि लखनऊ में बाबासाहेब अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर की स्थापना की जाएगी। यह केंद्र अनुसंधान, स्मारक और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा। इसमें एक भव्य लाइब्रेरी, ऑडिटोरियम, छात्रावास और अतिथि गृह भी होगा।
‘संविधान पर राजनीति का पर्दाफाश जरूरी’
सीएम योगी ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “संविधान की प्रस्तावना, जो उसकी आत्मा है, उसमें संशोधन कर मूल भावनाओं के साथ छेड़छाड़ की गई।” उन्होंने इमरजेंसी के दौरान संविधान के साथ किए गए अन्याय का भी जिक्र किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार बाबा साहेब के आदर्शों पर चलते हुए गरीबों, वंचितों और दलितों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों पर भी भारत को सजग रहना होगा और आवाज उठानी होगी।