गाजीपुर
बहरियाबाद में गहराया बिजली संकट, भीषण गर्मी में बदहाल जनजीवन

गाजीपुर। जिले के बहरियाबाद क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की गंभीर समस्या ने ग्रामीणों का जीना दूभर कर दिया है। भीषण गर्मी के इस मौसम में बहरियाबाद स्थित बिजली उप-केंद्र की लापरवाही के कारण कई दर्जन गांवों में पिछले दस दिनों से विद्युत आपूर्ति पूरी तरह बाधित है। इस उप-केंद्र पर कार्यरत कर्मचारियों की उदासीनता के चलते बिजली कभी आती है तो कभी घंटों तक गुल रहती है, जिससे किसानों, व्यापारियों और आम ग्रामीणों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
गर्मी और उमस की वजह से ग्रामीणों का घरों में रहना मुश्किल हो गया है। पंखे, कूलर और एसी बंद पड़े हैं, जिससे दिन हो या रात, हर समय बेचैनी का माहौल है। रात में नींद लेना तक दूभर हो गया है। पानी की मोटरें बंद होने से घर-घर में पानी की किल्लत पैदा हो गई है। पीने और दैनिक जरूरतों के लिए पानी तक उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।
बिजली न रहने के कारण फ्रिज और डीप फ्रीजर भी काम नहीं कर पा रहे हैं, जिससे दूध, दही, सब्ज़ियां और पकाया हुआ खाना तेजी से खराब हो रहा है। इससे न सिर्फ खाद्य सामग्री की बर्बादी हो रही है, बल्कि स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है। गर्मी और उमस के कारण मच्छरों और अन्य कीड़ों की संख्या भी बढ़ गई है। बिजली न होने से मच्छरदानी या इलेक्ट्रॉनिक रिपेलेंट भी बेकार हो गए हैं, जिससे मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
बिजली संकट का असर स्थानीय दुकानों, व्यवसायों और कार्यालयों पर भी पड़ा है। कंप्यूटर, लाइट्स और अन्य जरूरी उपकरण बंद पड़े हैं, जिससे व्यापारिक गतिविधियां ठप हो गई हैं और आर्थिक नुकसान हो रहा है। छात्र-छात्राओं की पढ़ाई भी बाधित हो रही है। रात में पढ़ाई करना मुश्किल हो गया है, जिससे परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों पर विशेष असर पड़ा है।
मनोरंजन और संचार के साधन भी बिजली की कमी से प्रभावित हैं। मोबाइल चार्जिंग, टीवी और इंटरनेट सेवा बंद हो जाने से लोग बाहरी दुनिया से कट गए हैं। अत्यधिक गर्मी और पानी की कमी से बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों में डिहाइड्रेशन और हीट स्ट्रोक जैसे खतरे बढ़ रहे हैं। अंधेरे के कारण चोरी जैसी आपराधिक घटनाओं का खतरा भी बना हुआ है।
ग्रामीणों ने बिजली विभाग से मांग की है कि जल्द से जल्द विद्युत आपूर्ति को नियमित किया जाए, ताकि इस भीषण गर्मी में लोगों को राहत मिल सके। बहरियाबाद का बिजली उपकेंद्र फिलहाल गांव वालों की परेशानियों का सबसे बड़ा कारण बन गया है और इसके समाधान की सख्त आवश्यकता है।