बलिया
बलिया में बाल चिकित्सालय की मांग, हाईकोर्ट अधिवक्ता सर्वेश्वर लाल श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
बलिया। बलिया जिले में बाल चिकित्सालय की कमी से परेशान जनपदवासियों की ओर से इलाहाबाद हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता सर्वेश्वर लाल श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जिले में बाल चिकित्सालय की स्थापना की मांग की है। श्री श्रीवास्तव ने पत्र में कहा कि बलिया में बाल चिकित्सालय न होने के कारण नवजात शिशुओं के इलाज के लिए लोगों को मऊ और वाराणसी जैसे दूरस्थ शहरों का रुख करना पड़ता है, जिससे गंभीर अवस्था में शिशुओं का इलाज समय पर नहीं हो पाता और कई बार हालात बहुत दर्दनाक हो जाते हैं।
ज़िला संवाददाता दुर्गा शंकर सिंह ने वरिष्ठ संवाददाता सैयद सेराज अहमद को बताया कि बलिया से मऊ और वाराणसी की दूरी अधिक होने के कारण गंभीर मामलों में समय की बर्बादी होती है, जिससे परिवारों की खुशी गम में बदल जाती है। श्री श्रीवास्तव ने अपने पत्र में लिखा है कि बलिया, जिसे बागी बलिया के नाम से जाना जाता है, स्वतंत्रता संग्राम में अपनी क्रांति और बलिदान के लिए मशहूर रहा है। मंगल पांडे और श्री चित्तू पांडे जैसे स्वतंत्रता सेनानियों की धरती बलिया में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव होना दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और बलिया के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र भेजकर बलिया में शीघ्र बाल चिकित्सालय स्थापित करने की अपील की है, ताकि जिले के लोगों को उनके बच्चों के इलाज के लिए दूसरे जिलों की ओर न भागना पड़े और समय पर इलाज मिल सके। जनपदवासियों को उम्मीद है कि सरकार इस महत्वपूर्ण मांग पर जल्द ध्यान देगी और बलिया के बच्चों के स्वास्थ्य के लिए ठोस कदम उठाएगी।
