बलिया
बलिया की बेटियों और बेटों ने NEET 2025 में रचा इतिहास, जिले का नाम किया रोशन

बलिया। जिले की प्रतिभाओं ने एक बार फिर साबित कर दिया कि मेहनत और लगन से कोई भी मंज़िल दूर नहीं। बांसडीह की अपेक्षा सिंह, छपरा की सौम्या पाण्डेय, इनामीपुर नगरा की संस्कृति सिंह, मुड़ियारी के अंकित गुप्ता और भदवारिया टोला के धीरज कुमार यादव ने NEET 2025 परीक्षा में शानदार प्रदर्शन कर जिले का नाम रोशन किया है।
अपेक्षा सिंह ने अपने पहले ही प्रयास में 720 में से 527 अंक हासिल कर 25854वीं रैंक प्राप्त की है। उनका चयन सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के लिए हुआ है। अपेक्षा के पिता अरुण कुमार सिंह शिक्षक हैं और उन्होंने बेटी की इस उपलब्धि पर खुशी जताई है। अपेक्षा ने 10वीं में कैस्टर ब्रिज स्कूल से 97% और 12वीं में सूर्यबदन विद्यापीठ से 94% अंक हासिल किए थे।
उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और परिवार को दिया।वहीं, सनाथ पाण्डेय छपरा की सौम्या पाण्डेय ने 99.69 परसेंटाइल और 6602वीं रैंक के साथ नीट में जगह बनाई है। उन्होंने जेईई मेन्स में भी 97 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। केंद्रीय विद्यालय बलिया की छात्रा रही सौम्या अब न्यूरोसर्जन बनने का सपना देख रही हैं। एक शिक्षित और प्रेरणादायी परिवार से ताल्लुक रखने वाली सौम्या के बड़े भाई IRS अधिकारी हैं, बहन और जीजा आईआईटी से हैं और भाभी IIM से पढ़ी हैं।
इनामीपुर नगरा की संस्कृति सिंह ने भी 1200वीं रैंक हासिल कर जिले को गौरवान्वित किया है। वह सेना में कार्यरत अजीत सिंह की बेटी हैं और राजन सिंह की भतीजी हैं।मुड़ियारी के अंकित गुप्ता ने अपने दूसरे प्रयास में 720 में से 540 अंक हासिल कर 17422वीं रैंक प्राप्त की है। उनके पिता विनोद कुमार गुप्ता ने बेटे की सफलता पर हर्ष जताया है। अंकित को अब सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई का अवसर मिलेगा।
भदवारिया टोला के धीरज कुमार यादव ने पहले प्रयास में ही 720 में से 695 अंक पाकर ऑल इंडिया में 110वीं और ओबीसी श्रेणी में 45वीं रैंक प्राप्त की है। धीरज के पिता सुदर्शन यादव वाराणसी में पुलिस विभाग में एसआई हैं।
घर में बेटे की इस ऐतिहासिक सफलता को लेकर जश्न का माहौल है।बलिया की इन होनहार प्रतिभाओं ने यह सिद्ध कर दिया है कि सीमित संसाधन भी आत्मविश्वास और परिश्रम के सामने बौने हैं।