वाराणसी
प्रोफेसर गुरु प्रसाद सिंह का हुआ अभिनंदन
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी।काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान संस्थान के प्रोफेसर गुरु प्रसाद सिंह को राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड मृदा का स्वतंत्र निदेशक बनाए जाने पर सामाजिक संस्था प्रबुद्ध जन काशी एवं प्रबोधिनी फाउंडेशन वाराणसी द्वारा लहुराबीर स्थित प्लानर हाउस में अभिनंदन किया गया।
इस अवसर पर प्रोफ़ेसर गुरुप्रसाद ने राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (मृदा) के उद्देश्य एवं उपलब्धियों के बारे में बताया कि गोबर के माध्यम से ग्रामीण विकास और विषमुक्त खेती, प्रदूषण मुक्त भारत की संकल्पना को साकार करने हेतु निरंतर प्रयत्नशील है। भारत की देशी नस्ल की गायों को केंद्र में रखकर गोबर, गोमूत्र आधारित खेती पशुपालन बागवानी करके देसी गायों की उपयोगिता को बढ़ावा मिलेगा साथ ही किसान जैविक खेती कर आत्मनिर्भर बनेगा राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड मृदा देश के कई प्रदेशों तथा पूर्वांचल में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कार्यक्रम संचालित कर किसानों को प्रशिक्षित करने का कार्य करेगा। अध्यक्षता करते हुए सर्वजीत शाही ने कहा प्रोफेसर गुरु प्रसाद सिंह छात्र जीवन से ही जुझारू एवं कर्मठ व्यक्ति रहे हैं भारत सरकार ने इनकी प्रतिभा को समझा और इन्हें स्वतंत्र निदेशक के रूप में नियुक्त कर देश की भलाई का काम किया है।
इस अवसर पर देव कुमार राजू, डॉ आनंद कुमार सिंह, गगन प्रकाश यादव, विनय कांत मिश्र, कुंवर कांत सिंह, विनोद राय, नीरज सिंह, संजय सिंह, अरुण सिंह, राजेश सिंह, किरण सिंह, राहुल सिंह, सत्य प्रकाश सिंह, कुश प्रताप सिंह, डॉक्टर गिरजानंद चौबे, संदीप प्रताप सिंह पिंटू, ब्रज भूषण मिश्र आदि लोग उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर संजय सिंह गौतम एवं धन्यवाद ज्ञापन विनय शंकर राय “मुन्ना” ने किया।
