वाराणसी
प्रेमी के घर शादी रचाने पहुंची प्रेमिका
6 साल से नौकरी की तैयारी कर रहा युवक
वाराणसी। मिर्जामुराद क्षेत्र के एक गांव में बीती रात एम.ए. की छात्रा अपनी शादी रचाने के लिए परिजनों संग अपने प्रेमी के घर पहुंच गई। प्रेमिका के पहुंचते ही प्रेमी के घर हड़कंप मच गया। देखते ही देखते वहां पर सैकड़ो लोगों की भीड़ लग गई।
सूचना पर मय फोर्स सहित पहुंचे खजूरी चौकी इंचार्ज पवन कुमार यादव ने दोनों प्रेमी युगल को काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन प्रेमिका शादी के जिद्द पर अड़ी रही। घंटो पंचायत चलने के बाद दोनों पक्षों का आपस में यह समझौता हुआ की 6 महीने बाद दोनों की शादी करा दी जाएगी। इसके बाद मामला शांत हुआ।
वाराणसी जिले के चोलापुर थाना क्षेत्र की एम.ए. में पढ़ने वाली एक छात्रा 6 साल पहले मिर्जामुराद क्षेत्र के एक गांव में अपने ननिहाल में एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए आई थी। उसी दौरान शादी समारोह में उसकी मुलाकात पड़ोस में एयरफोर्स की तैयारी करने वाले एक छात्र से हुई जहाँ दोनों में नैन चार हो गया। धीरे-धीरे दोनों के बीच प्रेम परवान चढ़ने पर एक दूजे के लिए कसमें-वादे शुरू हो गए। छात्र ने छात्रा से शादी का वादा भी किया। लेकिन साथ ही उसने अपने भविष्य को संवारने के लिए शादी के लिए कुछ समय मांगा।
प्रेमिका ने अपने प्रेमी के वादे पर विश्वास कर इंतजार करने लगी। लेकिन दूसरी तरफ उसके माता-पिता ने उसकी शादी के लिए रिश्ते तलाशने शुरू कर दिए। जब यह बात युवती को पता चला तो उसने अपने प्रेमी के घर पहुंच शादी करने के लिए जिद्द पर अड़ गईं। बताया गया कि एक दिन पहले चोलापुर निवासिनी प्रेमिका के परिजन जब प्रेमी से शादी करने के लिए नाराजगी जताई तो प्रेमिका ने अपने प्रेमी से शादी रचाने के लिए ज़िद्द करते हुए खुदकुशी करने के लिए अपने हाथ में रस्सी लेकर घर के अंदर प्रवेश कर अपने आप को बंद कर लिया । यह देख परिजनों में हड़कंप मच गया।
बेटी को आत्मघाती कदम उठाते देख माता-पिता अपने बेटी की शादी प्रेमी संग करने के लिए राजी हो गये। काफी प्रयास के बाद बंद दरवाजा को प्रेमिका ने खोला। तब परिजनों ने राहत की सांस ली। उसी पल परिजनों ने छात्रा को साथ लेकर शादी कराने हेतु प्रेमि के घर पहुंच गए। इसके बाद प्रेमिका के पहुंचते ही हड़कंप मच गया। इधर प्रेमी अपने नौकरी का हवाला देकर शादी से इनकार कर रहा था। प्रेमिका अपने प्यार का वास्ता देकर प्रेमी को मनाने में असफल हो गई। तो प्रेमिका ने अपने परिजनों संग खजूरी चौकी पहुंचे न्याय की गुहार लगाई।
खजूरी चौकी इंचार्ज पवन कुमार यादव के बुलाने पर परिजनों संग प्रेमी भी पहुंच गया। दोनों पक्षों में घंटों पंचायत चलता रहा। इधर प्रेमी अपने नौकरी का वास्ता देकर शादी करने के लिए समय मांग रहा था। इधर प्रेमिका अपने शादी के लिए जिद पर अड़ी रही। दोनों स्वजातीय होने के चलते दोनों पक्षों में निर्णय लिया गया कि दोनों का शादी नौकरी लगने के लिए छः महीने का मौका दिया जाए। और छः महीना बाद ही दोनों का शादी कर दिया जाए। इस दौरान यह मामला क्षेत्र में काफी चर्चा का विषय बना रहा।