मऊ
पूर्वी रेलवे फाटक पर ओवर ब्रिज बनाने की मांग, क्षेत्रवासियों में आक्रोश
मुहम्मदाबाद गोहना (मऊ)। रेलवे स्टेशन के पूर्वी फाटक पर ओवर ब्रिज बनाने की मांग वर्षों से की जा रही है, लेकिन अब तक न तो रेलवे विभाग और न ही राज्य सरकार ने इस ओर कोई ठोस कदम उठाया है। क्षेत्र के नागरिकों और समाजसेवियों ने एक बार फिर इस मांग को लेकर अपनी आवाज बुलंद की है। ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा से भी जनता ने इस संबंध में गुहार लगाई है।
पूर्वी रेलवे फाटक पर ओवर ब्रिज बनने से आए दिन होने वाली सड़क दुर्घटनाओं, लोगों की मौत, घायलों की बढ़ती संख्या, वाहनों के नुकसान, रेलवे संपत्ति को होने वाले खतरे और लगातार लगने वाले जाम की समस्या से काफी राहत मिल सकती है।
इस ब्रिज के बनने से चिरैयाकोट, करहा, मुहम्मदाबाद गोहना, खुरहट, वलीदपुर, सठियाव, गाजीपुर, मऊ और आजमगढ़ समेत आसपास के दर्जनों गांवों और मोहल्लों के लोगों का आना-जाना सुगम हो जाएगा और उन्हें अनावश्यक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
कुछ साल पहले भी शाह आलम कुरैशी, हरे कृष्णा बरनवाल, भाजपा नेत्री पूनम सरोज, जगदीश गुप्ता, राजकुमार गुप्ता, मनोज कश्यप, अनमोल साहू, शिवम कश्यप एडवोकेट, पूर्व बसपा प्रत्याशी डॉ. धर्म सिंह गौतम सहित कई लोगों ने रेलवे विभाग और राज्य सरकार से इस रेलवे समपार संख्या 13 स्पेशल पर ओवर ब्रिज बनाने की मांग उठाई थी।
अब एक बार फिर क्षेत्रीय लोग इस मांग को जोर-शोर से उठा रहे हैं ताकि जल्द से जल्द इसका समाधान हो सके।स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्षों से मांग करने के बावजूद अभी तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। यदि इस मांग को स्वीकृति मिलती है तो क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। शहीद चौराहे से करहा रोड तक ओवर ब्रिज बन जाने से हर रोज लगने वाले भीषण जाम से भी मुक्ति मिल सकती है, जिससे स्थानीय व्यापारियों और राहगीरों को बहुत सहूलियत होगी।
पूर्वी रेलवे फाटक पर अक्सर ट्रेनों के गुजरने के बाद जब फाटक खुलता है तो तकनीकी खराबी के कारण दोबारा बंद हो जाता है, जिससे लोगों को घंटों परेशानी झेलनी पड़ती है। ओवर ब्रिज बनने से इस समस्या का भी स्थायी समाधान हो जाएगा।इस मार्ग पर जाम और हादसों को देखते हुए कई बार रेल मंत्री और राज्य सरकार से मांग की गई है कि यहां ओवर ब्रिज बनाया जाए।
यदि अब भी इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो स्थानीय लोगों का धैर्य जवाब दे सकता है और वे धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।रेलवे स्टेशन के इस फाटक पर पहले सड़क सीधी थी, लेकिन रेलवे विभाग ने इसे घुमावदार बना दिया। इससे बड़े वाहन, ट्रक, ट्रैक्टर और बाइक अक्सर रेलवे की रेलिंग से टकरा जाते हैं और दुर्घटनाएं बढ़ गई हैं।
इन सब समस्याओं का एकमात्र समाधान यहां ओवर ब्रिज का निर्माण है, जिससे न सिर्फ स्थानीय लोगों बल्कि महिलाओं, बुजुर्गों और स्कूली बच्चों को भी राहत मिलेगी।जनता की ओर से यह अपील है कि रेलवे विभाग और राज्य सरकार इस मांग को गंभीरता से लें और जल्द से जल्द ओवर ब्रिज का निर्माण शुरू करें, ताकि क्षेत्रवासियों को राहत मिल सके और आवागमन सुचारु हो सके।
