वाराणसी
पूर्वांचल के युवाओं को हैंडलर बना रहे साइबर ठग

वाराणसी और आसपास के जिलों में साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। जनवरी 2024 से अब तक 16 युवाओं को इस अपराध में संलिप्त पाया गया है। साइबर ठगी के सरगना दिल्ली, पंजाब और हरियाणा से ऑपरेट कर रहे हैं, लेकिन उनके सहयोगी वाराणसी और पूर्वांचल के अन्य जिलों के युवा बन रहे हैं। हाल ही में पंजाब के संगरूर के हैप्पी सिंह को 34 लाख की ठगी के मामले में गिरफ्तार किया गया, जिसमें उसका सहयोगी वाराणसी का सौरभ कुमार पटेल था।
ऑनलाइन बेटिंग और गेमिंग में फंस रहे युवा साइबर अपराधी युवाओं को ऑनलाइन बेटिंग और गेमिंग के जरिए फंसा रहे हैं। भगवानपुर के राजेश कुमार पटेल को ऑनलाइन निवेश कराने और भारी रिटर्न का झांसा देकर ठगी करने के आरोप में पकड़ा गया था। इसी तरह, 22 मार्च को आजमगढ़ पुलिस ने दानगंज के अजय यादव और मुरेरी के शुभम यादव को गिरफ्तार किया।
वैसे तो साइबर ठग युवाओं को कई तरीके से अपने जाल में फंसाते हैं लेकिन दो प्रमुख तरीके का साइबर ठग ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं
- सीधा संपर्क: गंगा घाटों पर घूमने के दौरान ठग युवाओं से बातचीत बढ़ाकर उन्हें ऑनलाइन कमाई का झांसा देते हैं।
- सोशल मीडिया: टेलीग्राम और अन्य प्लेटफार्मों पर संपर्क कर कम समय में अधिक पैसा कमाने का लालच दिया जाता है।
पुलिस चला रही है जागरूकता अभियान डीसीपी गोमती जोन प्रमोद कुमार के अनुसार, पुलिस स्कूल-कॉलेजों, वित्तीय संस्थानों और गांव-कस्बों में जागरूकता अभियान चला रही है। अभिभावकों को भी सलाह दी गई है कि वे बच्चों को स्मार्टफोन के सही और गलत उपयोग के बारे में जानकारी दें।साइबर अपराध से बचने के लिए सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध ऑनलाइन गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।