वाराणसी
पहड़िया मंडी में टैक्स चोरी का पर्दाफाश, मंडी निरीक्षक को चेतावनी

कारोबारियों को भी भेजा गया नोटिस
वाराणसी की प्रसिद्ध पहड़िया नवीन फल-सब्जी मंडी में बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी का मामला सामने आया है, जिससे सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा था। यह मामला लखनऊ तक पहुंचने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया। राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद ने इस गड़बड़ी को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है।
मंडी में अवैध गतिविधियों का खेल
पहड़िया मंडी से फल और सब्जी लेकर बाहर जाने वाले वाहनों को बिना गेट पास, यूजर चार्ज और अनिवार्य मंडी शुल्क के ही बाहर निकलने दिया जा रहा था। इस अनियमितता की शिकायत मिलने पर मंडी समिति के सचिव ने निरीक्षक कैलाश यादव को निकास द्वार पर तैनात किया था, ताकि अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण रखा जा सके। लेकिन इसके बावजूद मंडी से बिना वैध दस्तावेजों के वाहन बाहर जाते रहे।
राज्य मंडी परिषद ने लिया संज्ञान
मंडी निरीक्षक की संदिग्ध भूमिका पर सवाल उठने के बाद यह मामला राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद तक पहुंचा। चूंकि इस परिषद के अध्यक्ष स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं, इसलिए इस पर तुरंत संज्ञान लिया गया। राज्य मंडी परिषद के उप निदेशक जैनेन्द्र कुमार ने मंडी निरीक्षक को कड़ी चेतावनी देते हुए स्पष्ट किया कि यदि किसी भी वाहन को बिना मंडी शुल्क जमा किए बाहर जाते हुए पकड़ा गया, तो संबंधित अधिकारियों पर सख्त विभागीय कार्रवाई होगी।
कारोबारियों को भी भेजा गया नोटिस
इस मामले के उजागर होने के बाद मंडी समिति के सचिव विपुल कुमार ने सभी थोक, फुटकर और लाइसेंसी कारोबारियों को नोटिस जारी किया। पत्र में साफ कहा गया है कि अवैध कारोबार पर तुरंत रोक लगाई जाए और स्टॉक का सही रिकॉर्ड स्टॉक रजिस्टर में दर्ज किया जाए। यदि प्रवर्तन दल की जांच के दौरान स्टॉक में गड़बड़ी पाई गई, तो शमन शुल्क के साथ लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी।
पहले भी पकड़ा जा चुका है अवैध माल
यह पहली बार नहीं है जब पहड़िया मंडी में इस तरह की अनियमितता सामने आई हो। कुछ समय पहले एक ट्रक चाइनीज लहसुन बिना वैध दस्तावेजों के पकड़ा गया था। प्रशासन ने पूरे माल को जब्त कर जांच के लिए भेज दिया था। इस प्रकरण के बाद से मंडी में लगातार नजर रखी जा रही है।