वाराणसी
पद्मविभूषण पंडित छन्नूलाल मिश्र का निधन

प्रधानमंत्री ने अर्पित की श्रद्धांजलि
वाराणसी। देश के सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक और पद्मविभूषण सम्मानित पंडित छन्नूलाल मिश्र का गुरुवार तड़के निधन हो गया। वे 92 वर्ष के थे। सुबह लगभग 4:15 बजे उन्होंने मीरजापुर स्थित अपनी बेटी के घर अंतिम सांस ली। उनकी पुत्री नम्रता मिश्र ने इस दुखद घटना की पुष्टि की। पंडित जी का अंतिम संस्कार वाराणसी में होगा।
जानकारी के अनुसार, पंडित मिश्र पिछले तीन सप्ताह से अस्वस्थ चल रहे थे। करीब तीन हफ्ते पहले शनिवार को उन्हें माइनर हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद उन्हें काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया गया। चिकित्सकीय जांच में चेस्ट इंफेक्शन और खून की कमी पाई गई थी। लंबे इलाज के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी, लेकिन स्वास्थ्य में सुधार न होने के कारण गुरुवार को उनका निधन हो गया।
पंडित छन्नूलाल मिश्र के निधन से संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। काशी और देशभर के संगीत प्रेमियों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। आजमगढ़ में जन्मे पंडित छन्नूलाल ने ठुमरी और पुरब अंग को अपनी भावपूर्ण गायकी से अमर बनाया। वह किराना-बनारस घराने के प्रतिनिधि थे। उन्हें 2020 में पद्म विभूषण से नवाजा गया था।
प्रधानमंत्री ने अर्पित की श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे जीवनपर्यंत भारतीय कला और संस्कृति की समृद्धि के लिए समर्पित रहे। उन्होंने शास्त्रीय संगीत को जन-जन तक पहुंचाने के साथ ही भारतीय परंपरा को विश्व पटल पर प्रतिष्ठित करने में भी अपना अमूल्य योगदान दिया। यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे सदैव उनका स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त होता रहा। साल 2014 में वे वाराणसी सीट से मेरे प्रस्तावक भी रहे थे। शोक की इस घड़ी में मैं उनके परिजनों और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। ओम शांति!”