वाराणसी
पठानकोट में हुए शहीद जवान का पार्थिक शरीर पहुंचा उसके गांव तीन मासूम बच्चे और पत्नी सहित परिजनों का रो-रोकर हुआ बुरा हाल
वाराणसी जिले के लोहता थाना क्षेत्र के सरवनपुर गांव निवासी सेना के जवान श्याम जी यादव का पार्थिव शरीर आज सुबह में वाराणसी पहुंचा। जवान का पार्थिव शरीर पहुंचने की सूचना मिलने पर आसपास के दर्जनों गांवों से काफी संख्या में लोग जवान के घर पहुंच गए।
पार्थिव शरीर आने के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है, वहीं कोई भी वरिष्ठ पुलिस प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा जिसको लेकर परिजनों में नाराजगी भी है। जवान के जीजा संजय यादव ने बताया कि अधिकारियों को जवान का पार्थिव शरीर आने की जानकारी थी लेकिन कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा, जब तक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचेंगे तब तक अंत्येष्टि नहीं की जाएगी।
संदिग्ध हाल में होटल में मिला था शव
सेना के जवान श्यामजी यादव कि जम्मू कश्मीर में तैनाती थी। गत शनिवार को पठानकोट के एक होटल में उनका शव संदिग्ध हालत में मिला था। जवान के पास मिले पहचान पत्र और मोबाइल नंबर के आधार पर परिजनों को सूचना दी गई थी। सूचना मिलने के बाद परिजन पठानकोट गए थे और जांच पड़ताल सहित अन्य प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद जवान का शव परिजनों को दिया गया, जिसे लेकर भारतीय सेना के जवान और शहीद जवान के परिजन आज सुबह सवनपुर गांव में पहुंचे। जवान का पार्थिव शरीर गांव के बॉर्डर पर पहुंचते ही भारत माता की जय नारे लगाते हुए काफी संख्या में लोग घर तक पहुंचे जहां पर पार्थिव अभी शरीर रखा गया है।
तीन मासूम बच्चे और पत्नी सहित परिवार का रो रोकर बुरा हाल
श्याम जी यादव को दो बेटे और एक बेटी है। जवान की पत्नी इंदो यादव सहित बेटी नेहा तथा बेटे नितिन और किशन का रो रो कर बुरा हाल है। जवान श्याम जी तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। यह भी बता दें कि सरवनपुर गांव के काफी संख्या में युवा भारतीय सेना में नौकरी की तैयारी कर रहे हैं। गांव की यादव बस्ती के हर घर से कोई न कोई सेना में नौकरी भी करता है। यही कारण है कि जवान के प्रति लोगों की सहानुभूति और अधिक है तथा काफी संख्या में लोग उसके घर पर जुटे हुए हैं।