वाराणसी
नि:शुल्क महाशिविर में 50 हजार से अधिक मोतियाबिंद के ऑपरेशन का संकल्प
मरीज के लिए खान-पान की भी रहेगी व्यवस्था
वाराणसी। प्रयागराज के गोहनिया में 22 दिसंबर से शुरू हुए मोतियाबिंद महाशिविर का लक्ष्य 50 हजार से अधिक मरीजों का नि:शुल्क ऑपरेशन करना है। यह शिविर श्री रणछोड़ दास बापू चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित किया गया है और 31 मार्च 2025 तक चलेगा।
ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रवीण भाई वसाणी ने महमूरगंज स्थित एक होटल में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि इसका उद्देश्य उन गरीब और जरूरतमंद मरीजों की सहायता करना है जो आर्थिक तंगी के कारण अपनी आंखों की रोशनी खो देते हैं।शिविर में आधुनिक फेको मशीन का उपयोग कर बिना टांके का ऑपरेशन किया जाएगा और मरीजों को सॉफ्ट फोल्डेबल लेंस लगाए जाएंगे।
मरीजों को चाय, नाश्ता, शुद्ध घी का भोजन, कंबल, साड़ी, दो किलो चावल, आधा किलो मीठी बूंदी, एक किलो गेहूं का आटा, दवाइयां, काला चश्मा और ऑपरेशन के बाद पावर वाला चश्मा भी मुफ्त दिया जाएगा। इसके अलावा, मरीजों को ऑपरेशन के बाद 100 रुपये नकद भी दिए जाएंगे।
सामान्यत: ऐसे ऑपरेशन पर लगभग 20,000 रुपये खर्च होते हैं, लेकिन इस संस्था द्वारा ये सभी ऑपरेशन पूरी तरह नि:शुल्क किए जा रहे हैं।प्रेस वार्ता के दौरान प्रवीण भाई वसाणी , प्रफुल्ला वसाणी, डॉ. संजय चौरसिया, डॉ. उत्तम ओझा, लीना भारद्वाज और अत्रि भारद्वाज भी उपस्थित थे।
