मिर्ज़ापुर
निर्धारित समय में पूर्ण हों निर्माण कार्य, गुणवत्ता से न हो समझौता : मण्डलायुक्त

मिर्जापुर। मण्डलायुक्त विन्ध्याचल मण्डल बालकृष्ण त्रिपाठी की अध्यक्षता में सोमवार को आयुक्त कार्यालय सभागार में सड़क कटिंग एवं रेस्टोरेशन संबंधी समन्वय बैठक आयोजित की गई। इसके साथ ही मुख्यमंत्री अनुश्रवण प्रणाली के अंतर्गत मंडल के तीनों जनपदों मिर्जापुर, भदोही और सोनभद्र में 1 करोड़ से अधिक लागत वाली निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति की गहन समीक्षा की गई।
बैठक में मण्डलायुक्त ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि सभी निर्माण कार्य समयबद्ध, गुणवत्तापूर्ण और संतोषजनक ढंग से पूरे किए जाएं। बार-बार समय सीमा बढ़ाने की प्रवृत्ति पर सख्त नाराजगी जताते हुए उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसी कार्यदायी संस्थाओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
समन्वय की कमी से बिगड़ रही सड़कें
मण्डलायुक्त ने बताया कि कार्यदायी संस्थाओं के बीच समन्वय की कमी के कारण एक ही सड़क बार-बार विभिन्न कार्यों के लिए काटी जा रही है, जिससे न केवल सड़कें क्षतिग्रस्त हो रही हैं, बल्कि आमजन को भी भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने जल निगम, लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग और नगर निकायों को परस्पर समन्वय स्थापित कर कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए।
रेस्टोरेशन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
रेस्टोरेशन कार्यों में गुणवत्ता की कमी की शिकायतों पर गंभीर रुख अपनाते हुए मण्डलायुक्त ने कहा कि केवल मिट्टी डालकर गड्ढा भरना पर्याप्त नहीं है। अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया गया कि वे जल निगम अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण कर 15 दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
मुख्यमंत्री अनुश्रवण प्रणाली की समीक्षा
बैठक में मुख्यमंत्री अनुश्रवण प्रणाली के अंतर्गत चल रही प्रमुख परियोजनाओं जैसे—मेडिकल कॉलेज, मंडलीय चिकित्सालय, पॉलिटेक्निक, स्वास्थ्य केंद्र, आवासीय योजनाएं, सड़क एवं जल परियोजनाओं की समीक्षा की गई। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि मई 2025 तक सभी निर्माणाधीन कार्य पूर्ण कर लिए जाएं और पूर्ण हो चुकी परियोजनाओं को एक सप्ताह के भीतर हैंडओवर किया जाए।
प्रमुख परियोजनाएं और निर्देश
राजकीय निर्माण निगम द्वारा निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज, सीएचसी, पूल्ड हाउसिंग टाइप-3 आवास सहित कई परियोजनाओं को मई तक पूरा करने का निर्देश।
उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कॉर्पोरेशन लिमिटेड, जल निगम, पर्यटन विभाग सहित अन्य एजेंसियों के कार्यों की समयसीमा निर्धारित की गई।
भदोही, मीरजापुर और सोनभद्र के अस्पताल, पुलिस बैरक, न्यायालय भवन, पेयजल योजनाएं, नहर और नलकूप निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की गई।
गुणवत्ता जांच होगी अनिवार्य
मण्डलायुक्त ने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि आंतरिक गुणवत्ता जांच टीम के साथ-साथ अंतरविभागीय उच्च स्तरीय टीम बनाकर भी रजिस्टर्ड लैब से नियमित जांच कराएं। सभी निरीक्षण रिपोर्ट और फोटोग्राफ संयुक्त विकास आयुक्त को उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा।
बैठक में संयुक्त विकास आयुक्त रमेश चंद्र, उप निदेशक अर्थ एवं संख्या, प्रभागीय वन अधिकारी कैमूर सहित संबंधित विभागों के अधिकारी एवं कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।