वाराणसी
नाग पंचमी पर वीरता का उत्सव: बीएचयू में गूंजा पारंपरिक दंगल का शौर्य

वाराणसी। नाग पंचमी के पावन अवसर पर काशी हिंदू विश्वविद्यालय परिसर के गुल्लू के पूरा स्थित बचऊ वीर अखाड़े में पारंपरिक दंगल का भव्य आयोजन हुआ। यह आयोजन वीरता, सांस्कृतिक गरिमा और खेल भावना का ऐसा संगम बना, जिसने दर्शकों के दिलों को छू लिया। कुश्ती की हर भिड़ंत में ना सिर्फ ताकत, बल्कि परंपरा और सम्मान की झलक भी दिखाई दी।
इस आयोजन की खास बात रही नन्हे पहलवानों की भागीदारी, जिनकी उम्र दस वर्ष से कम थी। छोटे बच्चों ने भी अखाड़े में पूरी ऊर्जा और जोश के साथ अपनी प्रतिभा दिखाई, जिन्हें प्रोत्साहन स्वरूप बर्तन और 101 रुपए की सम्मान राशि भेंट की गई। यह सम्मान उनके भविष्य के सफर के लिए प्रेरणा का स्रोत बना।
दंगल में बड़े पहलवानों की भिड़ंत ने माहौल में रोमांच भर दिया। राम फौजी रामबाहाल जी का मुकाबला बराबरी पर खत्म हुआ, जिसे देखने के बाद दर्शकों ने जोरदार तालियों से उनका उत्साह बढ़ाया। अमन यादव और संजय यादव के बीच 1000 रूपए की इनामी कुश्ती में संजय यादव ने अपने दमदार दांव-पेंच से बाजी मारी, जबकि काशीनाथ यादव ने गोपाल यादव को मात देकर जीत दर्ज की।
90 किलो भारवर्ग में हुए मुकाबलों में भी जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। घनश्याम पहलवान ने अजय यादव को हराकर अपनी ताकत का लोहा मनवाया, वहीं प्रमोद यादव ने बाबूलाल यादव के खिलाफ शानदार प्रदर्शन कर जीत हासिल की। सीर गोवर्धनपुर से आए पहलवानों ने भी अपने दमखम से पारंपरिक भारतीय कुश्ती की गरिमा को और ऊंचा किया।
इस आयोजन की सफलता के पीछे संकटा प्रसाद यादव, सुनील यादव, बाबूलाल यादव, नंदा यादव, रवि यादव और प्रमोद यादव की अहम भूमिका रही। कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठों – लक्ष्मण मास्टर गुरुजी, बाबूलाल, लक्ष्मी नारायण यादव और श्री राम फौजी को गमछा ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
आयोजन से जुड़ी जानकारी अमन यादव द्वारा साझा की गई। यह दंगल सिर्फ शारीरिक मुकाबलों का मंच नहीं था, बल्कि एक ऐसा सांस्कृतिक उत्सव बनकर उभरा, जिसने सामाजिक एकता, परंपरा और खेल की साझी विरासत को पुनः सजीव कर दिया।