गाजीपुर
नागौरा में बदला ट्रांसफार्मर, अवैध वसूली पर उठा सवाल

गाजीपुर। जनपद के सादात ब्लॉक अंतर्गत मिर्जापुर मौजा नागौरा गांव के लोगों को बिजली संकट से आंशिक राहत मिली है। भीमापार विद्युत उपकेंद्र के अधिकारियों की पहल पर गांव में पुराने 25 केवीए के ट्रांसफार्मर की जगह अब 63 केवीए का नया ट्रांसफार्मर लगा दिया गया है। इससे ओवरलोडिंग की समस्या काफी हद तक दूर हो गई है, और ग्रामीणों को निरंतर बिजली आपूर्ति मिलने लगी है।
समस्या पुरानी, समाधान हालिया
ग्रामीणों के अनुसार ट्रांसफारमर की क्षमता कम होने के कारण अक्सर बिजली कटौती होती थी, जिससे ट्यूबवेल और घरेलू जरूरतें बुरी तरह प्रभावित होती थीं। इस संबंध में भीमापार सब स्टेशन के जूनियर इंजीनियर को कई बार सूचित किया गया, जिसके बाद उन्होंने उच्च क्षमता का ट्रांसफार्मर लगाने का प्रस्ताव रखा और उसे जल्द ही अमल में भी लाया गया।
अब अवैध वसूली का आरोप
ट्रांसफार्मर बदले जाने के बाद एक नई समस्या ने सिर उठा लिया है—गांव में उपभोक्ताओं से अवैध रूप से पैसे लिए जाने का आरोप लगाया गया है। दीपक प्रजापति, उपेंद्रनाथ पांडे, अरविंद प्रजापति और केदार प्रजापति जैसे ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव के ही प्रफुल पांडे ने लाइन जोड़ने के नाम पर 600 और 50 रुपये की वसूली की। पूछताछ करने पर प्रफुल ने यह रकम स्थानीय लाइनमैन आशु सिंह के कहने पर पावर हाउस तक पहुंचाने की बात कही।
अधिकारी बोले- पैसे देने की कोई जरूरत नहीं
इस मुद्दे पर जब जूनियर इंजीनियर से संपर्क किया गया तो उन्होंने किसी भी तरह की धनराशि लेने से स्पष्ट इनकार किया। उन्होंने कहा, “बिजली से संबंधित किसी भी कार्य के लिए उपभोक्ताओं को कोई पैसा देने की आवश्यकता नहीं है। यदि कोई वसूली करता है, तो यह पूर्णतः अवैध है।”
ग्रामीणों की मांग—जांच हो और दोषियों पर कार्रवाई हो
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में किसी उपभोक्ता का शोषण न हो।