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वाराणसी

दुबई में छिपा शुभम, भगोड़ा घोषित करने की तैयारी में वाराणसी पुलिस

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सरगना शुभम के पिता कोलकाता एयरपोर्ट से गिरफ्तार, SIT कर रही कड़ी पूछताछ

वाराणसी। कोडिन युक्त कफ सिरप की अवैध तस्करी में वांछित अंतरराज्यीय गिरोह के सरगना शुभम जायसवाल को भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस इंटरपोल के माध्यम से रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने की तैयारी में है। पुलिस के अनुसार शुभम फिलहाल दुबई में छिपा हुआ है और उसके प्रत्यर्पण के लिए औपचारिक कार्यवाही आगे बढ़ रही है।

पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया कि अदालत में इसे लेकर आवेदन भेजा गया है। अभियोजन पक्ष के साथ विचार-विमर्श भी हो चुका है। शुभम की कंपनी ‘शैली ट्रेडर्स’ के नाम पर 100 करोड़ रुपये से अधिक का अवैध कारोबार किए जाने के प्रमाण मिले हैं। यही नहीं, उसके खिलाफ जौनपुर, सोनभद्र, गाजियाबाद, चंदौली सहित कई जनपदों में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं।

पांच टीमें लगाईं गईं, पिता से पूछताछ जारी

एसआईटी की जांच में सामने आया कि शुभम के पिता भोला प्रसाद भी इस नेटवर्क से जुड़े हुए हैं। सोनभद्र पुलिस ने उन्हें कोलकाता के दमदम एयरपोर्ट से दबोचा था। बताया जा रहा है कि वे भी दुबई भागने की फिराक में थे। ट्रांजिट रिमांड पर लाई गई टीम उनसे पूछताछ कर रही है। उनकी गिरफ्तारी के बाद गिरोह की कई कड़ियां सामने आने की उम्मीद है।

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बैंकों से मिली सहमति? कई शाखा प्रबंधकों पर बढ़ा शक

एसआईटी को जांच के दौरान यह पता चला कि फर्जी फर्मों के बैंक खातों में हो रही भारी-भरकम लेन-देन की जानकारी बैंक कर्मियों को थी, फिर भी उन्होंने कोई आपत्ति दर्ज नहीं की। करीब 40 फर्मों के खातों की जांच में यह सामने आया कि सिरप की भारी खरीद दर्ज है, लेकिन बिक्री और वितरण का कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कराया गया।

एडीसीपी सरवणन टी. ने बताया कि दस्तावेजों की जांच, गिरफ्तारियां, साइबर एनालिसिस और बैंकिंग एंगल को अलग-अलग टीमें देख रही हैं। नोटिस के बावजूद अधिकांश फर्म संचालक जांच में सहयोग नहीं कर रहे।

संपत्ति होगी जब्त, एनडीपीएस एक्ट की धाराएं बढ़ीं

अवैध तरीके से कमाई गई संपत्ति को चिह्नित कर जब्त करने की तैयारी की जा रही है। पुलिस के अनुसार लग्जरी गाड़ियां, होटल, दुकानें, बहुमंजिला फ्लैट और महंगी जमीनें शुभम और उसके साथियों के नाम पर मिली हैं। अब एफआईआर में सामान्य धाराओं के साथ-साथ एनडीपीएस एक्ट की कड़ी धाराएं भी जोड़ी गई हैं, जिससे आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।

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रेड कॉर्नर नोटिस क्या है?

पुलिस आयुक्त के अनुसार, रेड कॉर्नर नोटिस इंटरपोल का अंतरराष्ट्रीय अनुरोध है, जिसके तहत किसी वांछित अपराधी का पता लगाने और उसे अस्थाई रूप से गिरफ्तार करने में सदस्य देशों से सहयोग मांगा जाता है। यह सीधा गिरफ्तारी वारंट नहीं होता, लेकिन प्रत्यर्पण की प्रक्रिया का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

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