गोरखपुर
दबंगों के हौसले बुलंद, कोर्ट के आदेश को ठेंगा दिखा जमीन पर जबरन कब्जे की कोशिश!

गोरखपुर। सुशासन के दावों के बीच दबंगई चरम पर नजर आ रही है। गगहा थाना क्षेत्र के ग्राम ढरसी में न्यायालय के स्थगन आदेश की खुलेआम अवहेलना करते हुए कुछ दबंगों द्वारा जबरन भूमि पर कब्जे की कोशिश की जा रही है। पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लगाता घूम रहा है, लेकिन प्रशासनिक उदासीनता ने उसकी परेशानियां और बढ़ा दी हैं।
मामला ग्राम ढरसी के चक आराजी नंबर 95 का है, जो कमला तिवारी पुत्री स्व. रामकिंकर तिवारी की पुश्तैनी जमीन बताई जाती है। इस भूमि को लेकर दीवानी न्यायालय में वाद विचाराधीन है और कोर्ट ने स्पष्ट रूप से स्थगन आदेश जारी किया हुआ है। बावजूद इसके, विनोद पुत्र राममूर्ति तिवारी समेत कुछ लोगों ने कोर्ट के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए नींव खोदकर दीवार खड़ी करनी शुरू कर दी।
पीड़ित पक्ष ने इसकी सूचना गगहा थाना पुलिस को दी। पुलिस ने तत्काल मौके पर हल्का सब-इंस्पेक्टर भेजकर निर्माण कार्य रुकवाया। लेकिन पुलिस टीम के जाने के बाद दबंगों ने दोबारा निर्माण शुरू कर दिया। इससे साफ जाहिर होता है कि स्थानीय स्तर पर न्यायिक आदेशों का पालन कराने में गंभीरता नहीं बरती जा रही है।
पीड़ित जब तहसील बांसगांव पहुंचा तो वहां तहसीलदार का मोबाइल फोन लगातार बंद मिला। वहीं, एसडीएम बांसगांव ने खुद को बाहर बताते हुए आवेदन व्हाट्सएप पर भेजने को कहा। जब पीड़ित ने कार्यालय पहुंचकर मिलना चाहा, तो कर्मचारियों ने “मिलने का समय नहीं है” कहकर उसे लौटा दिया।
पीड़ित परिवार ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा है कि अगर जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई, तो कोर्ट के आदेश और सुशासन के दावे दोनों ही मज़ाक बनकर रह जाएंगे।