वाराणसी
थाने से पीड़ित को भगाने वाला थानेदार लाइन हाजिर, पुलिस कमिश्नर ने की सख्त कार्रवाई

रोहनिया, रामनगर और जंसा थानों में बदले गए थानेदार, विभागीय बाबुओं पर भी कसा शिकंजा
वाराणसी। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के रियलिटी टेस्ट में थानों की कार्यप्रणाली की कलई खुल गई। रोहनिया थाने की रिपोर्ट सबसे खराब पाई गई, जहां थानेदार ने पीड़ित को थाने से भगा दिया। इसके साथ ही, पुलिस कमिश्नर की ओर से भेजे गए होमगार्ड और फॉलोवर के साथ थानेदार समेत अन्य दरोगा ने पांच बार दुर्व्यवहार किया।
सीएम डैशबोर्ड के विभिन्न मानकों में रोहनिया थाना जिले में सबसे निम्न स्तर पर पाया गया। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस कमिश्नर ने रोहनिया के इंस्पेक्टर विवेक कुमार को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया। साथ ही रामनगर और जंसा थाने के थानेदारों का भी तबादला कर नए अधिकारियों की तैनाती की गई है।

थानों की निगरानी के लिए बनी 5 टीमें
चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को लेकर पुलिस कमिश्नर द्वारा गठित 5 टीमों को थानों पर फीडबैक लेने की जिम्मेदारी दी गई है। ये टीमें लगातार निरीक्षण कर पुलिसकर्मियों की समस्याएं और थानों की स्थिति की रिपोर्ट देंगी।
सैनिक सम्मेलन में उठी बाबुओं की शिकायतें
रविवार रात यातायात लाइन स्थित सभागार में आयोजित सैनिक सम्मेलन व मासिक अपराध समीक्षा बैठक में पुलिसकर्मियों ने विभागीय बाबुओं के खिलाफ जमकर शिकायतें कीं। बताया गया कि कई दरोगा और सिपाही फाइलों के निस्तारण के लिए दफ्तर के चक्कर लगवाते हैं। गर्मी में पंखा-कूलर की कमी और अन्य दुश्वारियों की भी जानकारी दी गई।
इस पर सीपी मोहित अग्रवाल ने लापरवाही बरतने वाले बाबुओं को चिन्हित कर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही थानों में कूलर, पंखे, वाटर कूलर, इनवर्टर और तख्त की व्यवस्था शीघ्र कराने के लिए ACP लाइन और आरआई को आदेशित किया।
हर महीने होगा सैनिक सम्मेलन
सीपी ने कहा कि पुलिसकर्मी खुद को अकेला न समझें, विभाग एक परिवार की तरह है और हर सदस्य महत्वपूर्ण है। उन्होंने निर्देश दिया कि हर थाना स्तर पर प्रत्येक माह सैनिक सम्मेलन अनिवार्य रूप से आयोजित किया जाए।
क्राइम मीटिंग में दिए अहम निर्देश
मासिक अपराध समीक्षा बैठक में पुलिस कमिश्नर ने सभी एसीपी और थानेदारों से महिला अपराधों पर जीरो टॉलरेंस, जनशिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण, हर घटना पर त्वरित कार्रवाई और साइबर अपराध के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि छोटे अपराधों को नजरअंदाज न करें, शोहदों की सूची बनाकर निगरानी की जाए और सक्रिय अपराधियों पर सख्त कार्रवाई हो। ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत बिना नंबर, काली फिल्म लगे वाहन और दोपहिया पर तीन सवारी वालों के खिलाफ प्रभावी अभियान चलाया जाए।
गौ तस्करी और स्पा की आड़ में अनैतिक कार्यों पर कार्रवाई
सीपी ने गौ तस्करी, मादक पदार्थों की तस्करी, जुआ/सट्टा और स्पा सेंटर की आड़ में चल रहे अनैतिक कृत्यों पर छापेमारी के निर्देश दिए। साइबर थाना/सेल के कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण देने और आमजन को डिजिटल सुरक्षा के प्रति जागरूक करने का भी आदेश दिया गया।
यातायात मित्रों से सुझाव लेकर सुधार की पहल
यातायात व्यवस्था को लेकर सीपी ने कहा कि चिह्नित चौराहों और मार्गों पर यातायात मित्रों के सुझावों को अमल में लाया जाए। अतिक्रमण हटाने संबंधी कार्यवाही फीडबैक के आधार पर की जाए।
गोष्ठी में अपर पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय शिवहरी मीणा, डीसीपी वरुणा प्रमोद कुमार, डीसीपी काशी गौरव बंसवाल, डीसीपी गोमती आकाश पटेल, डीसीपी क्राइम सरवणन टी., एसीपी चेतगंज गौरव कुमार, एसीपी दशाश्वमेध अतुल अंजान त्रिपाठी, एसीपी भेलूपुर ईशान सोनी, एसीपी पिंडरा प्रतीक कुमार समेत अन्य अपर पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त, थाना प्रभारी एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।