गाजीपुर
तेज लू और बढ़ते तापमान से जनजीवन प्रभावित, स्कूली बच्चों की बढ़ी परेशानी

भांवरकोल (गाजीपुर)। क्षेत्र में पड़ रही प्रचंड गर्मी और चिलचिलाती धूप ने आम जनजीवन को बेहाल कर दिया है। खेतों में कार्य कर रहे किसानों की रफ्तार धीमी पड़ने लगी है, वहीं स्कूल जाने वाले बच्चों को भी आने-जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सुबह 9 बजे से ही तापमान में तीव्र बढ़ोतरी शुरू हो जाती है, जिससे दोपहर तक भीषण गर्मी अपना प्रभाव दिखाने लगती है।
गुरुवार को तेज लू और धूप ने ग्रामीण क्षेत्रों में आमजन एवं स्कूली छात्रों को झुलसा कर रख दिया। हालात यह हैं कि तापमान के बढ़ते प्रभाव के कारण लोग अपने घरों, दुकानों और दफ्तरों में कैद होने को मजबूर हो गए हैं। किसानों की स्थिति भी खराब होती जा रही है अधूरे काम छोड़कर वे दोपहर से पहले ही खेतों से वापस लौटने को मजबूर हैं।
इस स्थिति को देखते हुए ग्रामीणों और समाजसेवियों ने प्रशासन से मांग की है कि प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के समय में तत्काल बदलाव किया जाए, जिससे बच्चों को संक्रामक रोगों और लू जैसी बीमारियों से बचाया जा सके। वर्तमान में परिषदीय और निजी विद्यालयों में दोपहर 2 बजे तक कक्षाएं चल रही हैं, जिससे बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। अभिभावकों की चिंता इस बात को लेकर है कि तापमान में लगातार वृद्धि से बच्चों में उल्टी, दस्त, लू और डिहाइड्रेशन की समस्या तेजी से बढ़ रही है।
परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों की स्थिति अधिक चिंताजनक है क्योंकि उनके पास स्कूल से घर तक पहुंचने के लिए कोई सरकारी परिवहन व्यवस्था नहीं है, जबकि निजी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में यह सुविधा उपलब्ध है। इसके चलते परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को दोपहर की चिलचिलाती धूप में पैदल घर लौटना पड़ता है।
मौसम विभाग के अनुसार क्षेत्र का अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। आने वाले दिनों में इसमें और वृद्धि की संभावना जताई जा रही है, जिससे जनजीवन पर संकट और गहराने की आशंका है।
क्षेत्रीय नागरिकों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि विद्यालयों का संचालन प्रातः 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक सीमित किया जाए, ताकि छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों को कुछ राहत मिल सके।