मऊ
तानाशाही रवैया अपनाते हुए एसडीएम और तहसीलदार पर भ्रष्टाचार का आरोप

मऊ। तहसील और तहसीलदार शैलेंद्र चंद्र सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले वकीलों को एसडीएम अभिषेक गोस्वामी ने अपमानित किया और तानाशाही रवैया अपनाते हुए पुलिस बुलाकर चैंबर से बाहर निकाल दिया।
वकीलों का आरोप है कि तहसील में प्राइवेट व्यक्तियों को रखकर दस्तावेजों के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है, जिससे प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह दलालों के इशारे पर काम कर रहा है। जब वकीलों ने इस मुद्दे पर एसडीएम से सवाल किए, तो उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा, “ज्यादा राष्ट्र भक्त बनने की जरूरत नहीं”, और वकीलों को पुलिस बुलवाकर चैंबर से बाहर कर दिया।
घटना के विरोध में घोसी तहसील और मऊ के वकील एसडीएम चैंबर के बाहर दरी बिछाकर धरने पर बैठ गए और चेतावनी दी कि अगर तहसील में चल रहे भ्रष्टाचार पर रोक नहीं लगाई गई और एसडीएम और तहसीलदार का जल्द तबादला नहीं हुआ, तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
मधुबन तहसील में भ्रष्टाचार और अधिवक्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार के खिलाफ घोसी के अधिवक्ताओं ने भी प्रस्ताव पारित किया और आंदोलन में अपना समर्थन दिया। वकीलों ने आरोप लगाया कि तहसील प्रशासन प्राइवेट व्यक्तियों के जरिए अवैध वसूली कर रहा है, जो लोकतंत्र और कानून के शासन के खिलाफ है।