चन्दौली
डीएम ने की स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा

डीएम ने समय पर भुगतान और शत-प्रतिशत टीकाकरण के दिए निर्देश
चंदौली। जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। बैठक के दौरान जननी सुरक्षा योजना, परिवार नियोजन, नियमित टीकाकरण, आयुष्मान योजना, एम्बुलेंस व्यवस्था, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम सहित अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं की समीक्षा कर अधिकारियों को लक्ष्य के सापेक्ष कार्य की प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा के दौरान निर्देशित करते हुए कहा कि जननी सुरक्षा योजना की मॉनिटरिंग बेहतर ढंग से सुनिश्चित हो। जेएसवाई के लाभार्थियों के भुगतान की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि कहीं भी भुगतान लंबित न रहे। इसके लिए विभागीय कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए समय से भुगतान किया जाए। जननी शिशु सुरक्षा योजना के तहत प्रसव के बाद माताओं को निशुल्क भोजन, उपचार सहित स्वास्थ्य इकाई पर 48 घंटे रुकने की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
परिवार नियोजन कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित किया जाए। नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत विकासखंडवार लक्ष्य के सापेक्ष सभी चिकित्सा प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि कार्यों में लापरवाही न करें और टीकाकरण कार्यक्रम में शत-प्रतिशत लक्ष्य सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत कैंप लगाकर एवं पंचायत सहायक तथा आशा वर्कर घर-घर जाकर मानक के अनुसार शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनवाना सुनिश्चित करें। यह केंद्र एवं प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजना है, इससे लोगों को जागरूक करते हुए छूटे हुए पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड बनवाए जाएं।
उन्होंने कहा कि सभी जिला अस्पताल, ब्लॉक, पीएचसी तथा सीएचसी में जो भी निर्माण हो रहे हैं, वह मानक के अनुसार बनाए जाएं तथा उनमें रखे गए सभी उपकरण सही स्थिति में होने चाहिए जिससे लोगों के इलाज में कोई कमी न आने पाए।
जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत नुक्कड़ नाटक एवं आशा तथा एएनएम के साथ बैठक कर अधिक से अधिक जागरूकता फैलाई जाए। उन्होंने एमओआईसी को निर्देशित किया कि सभी आशा एवं संगिनी की सूची बनाकर उन्हें बल्क कॉलिंग एवं एसएमएस के जरिए तैयारी पूर्ण करने के लिए जागरूक किया जाए।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय कुष्ठ निवारण कार्यक्रम के तहत कुष्ठ रोगियों को चिन्हित कर उन्हें सरकार की योजनाओं एवं दवाओं से लाभान्वित किया जाए। 102 व 108 एंबुलेंस सेवा की निर्बाध एवं समयबद्ध उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए मरीजों को सेवा उपलब्ध कराई जाए।
सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर सभी अधिकारी और समस्त स्टाफ समय से उपस्थित रहकर अपने दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने बताया कि किसी भी समय बिना पूर्व जानकारी के कोई भी जनपद स्तरीय अधिकारी द्वारा औचक निरीक्षण किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान किसी भी प्रकार की कमी पाए जाने पर निश्चित कार्यवाही की जाएगी।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी आर. जगत साईं, मुख्य चिकित्साधिकारी वाई. के. रॉय, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, बेसिक शिक्षा अधिकारी, पंचायत राज अधिकारी सहित सीएचसी/पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारीगण उपस्थित रहे।