वाराणसी
जीवनदीप महाविद्यालय में तीन दिवसीय राष्ट्रीय जलरंग कार्यशाला का हुआ समापन
राष्ट्रीय जलरंग कार्यशाला में देश भर के 40 कलाकारों ने लिया हिस्सा
छात्रों और प्रतिभागियों को वितरित किये गए प्रमाण पत्रवाराणसी। बड़ा लालपुर स्थित जीवनदीप महाविद्यालय परिसर में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय जलरंग कार्यशाला का रविवार को समापन हुआ। महाविद्यालय के ललित कला विभाग व काशिका वर्किंग आर्टिस्ट ग्रुप के सानिध्य में आयोजित इस कार्यशाला में देश भर से आये 40 कलाकारों ने हिस्सा लिया, वहीं 200 छात्रों ने भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

इस अवसर पर जीवनदीप शिक्षण समूह के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार सिंह ने सभी अतिथियों और कलाकारों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि, पारदर्शी पानी में रंगों को मिलना और उससे उकेरी गई आकृति को जीवंत करना चमत्कार से कम नही है। लेकिन यह चमत्कार व्यक्ति के अंदर तभी आ सकता है जब लगन हो। अथक प्रयासों से ही इसे हासिल किया जा सकता है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लॉयंस क्लब के बलवीर सिंह बग्गा ने कलाकारों और छात्रों के प्रदर्शन की प्रसंशा की। साथ ही उनका उत्साहवर्धन भी किया। इस दौरान क्लब के कैबिनेट सेक्रेटरी सुधीर भल्ला भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के संयोजक काशिका वर्किंग आर्टिस्ट ग्रुप के संयोजक डॉ. ओम प्रकाश गुप्ता व सह संयोजक महाविद्यालय की प्रवक्ता प्रार्थना सिंह थी।

इस दौरान देश के कोने-कोने से आए सभी कलाकारों को सम्मानित किया गया। साथ ही सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अंशु सिंह ने दिया। संचालन ललित कला विभाग की छात्रा युक्ता शर्मा और इशिता ने किया।
इस दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. इंद्रेश चंद्र सिंह संबद्धता निदेशक शैलेश त्रिवेदी, उप प्राचार्य डॉ. नंदा द्विवेदी, डॉ. अमित सिंह, ललित कला विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. दल सिंगार प्रजापति, डॉ. संजय सिंह, राजेश कुमार, अंशु कुमारी के अलावा सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
