वाराणसी
जवनका मंगल में दिखा भक्ति के साथ मस्ती का रंग, कलाकारों की प्रस्तुतियों ने मोहा मन
जयदेश की न्यूज़ एंकर सोनाली पटवा और रिपोर्टर अंजली मिश्रा को स्मृति चिन्ह देकर किया गया सम्मानित
वाराणसी। सामाजिक संस्था लोक चेतना उ०प्र० के तत्वावधान मंगलवार को वरूणा तट स्थित शास्त्री घाट पर 17 वाँ जवनका मंगले सांस्कृतिक वरूणा महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के प्रचारक एवं प्रज्ञा प्रवाह के केन्द्रीय सदस्य रामाशीष सिंह अतिविशिष्ठ अतिथि एस.बी.आई. के उप महाप्रबंधक धीरज यूनियन बैंक के क्षेत्र प्रमुख वरूण कुमार, इण्डियन बैंक के अंचल प्रमुख राजेश नेफेड नई दिल्ली के निदेशक अजय कुमार राय ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। तत्पश्चात पांच बटुकों द्वारा भव्य वरूणा आरती से कार्यक्रम शुरू हुआ।

राष्ट्रीय विरहा गायक दीपक सिंह व साथियों ने अविनाशी के ‘शान-बाजैला, डमरू बनारस गंगा, स्थान भावे जहवां के पान बाजे का डमरू बनारस में गीत प्रस्तुत कर दशकों को हर-हर महादेव का उद्घोष कराया। स्वागत गीत पचरा भी सुनाकर नवरात्रि में देवी की आराधना की। महिषासुर मर्दिनी नृत्य नाटिका कला केन्द्र द्वारा भगवान शंकर रूद्र तांडव नृत्य शमसान की होली, राधा कृष्ण की वृदावन की फुलों की होली, महारस नृत्य श्री कृष्ण सुदामा वियोग लिला, शिव पार्वती नृत्य कई बेहतरीन भक्तिमय आंकियों का मंचन कर सभी को भक्ति रस में सराबोर किया। समर्पण प्रशिक्षण संस्थान बसहीं ने क्लासिकल एवं वैस्टर्न नृत्य प्रस्तुत किया।


ताइक्वांडो डेमो (मार्शल आर्ट) प्रशिक्षक अरविन्द यादव के नेतृत्व में दर्जनों बच्चों ने हैरतंगेज करतब का प्रदर्शन कर सभी को अपनी शारिरिक सुरक्षा हेतु प्रेरित किया। रिता देवी, शिप्रा घोष ने शिव वंदना, तराना ठुमरी पर कत्थक के भाव सजायें। बी.एच.यू. कला संकाय के छात्र संदीप मौर्य के नेतृत्व में दर्जन भर कथक कलाकरों ने आयगिरी नंदीनी पर नृत्य की प्रस्तुती दी। तबला प्रशिक्षक गौरव केशरी के संयोजन में दस बच्चों ने समुह में तबला बांसुरी की शानदार जुगलबंदी पेश कर दर्शकों से खुब तालियां बटोरी।

साक्षी केशरी के संयोजन में आधा दर्जन बच्चों ने मनमोहक देवी स्तुति एवं पारंपरिक कत्थक नृत्य की प्रस्तुति किया। नवस्पन्दन डांस आर्ट म्यूजिकल एकेडमी पाण्डेयपुर ये विद्दा, हीप हाप, मांस सोन्ग पर ग्रुम डांस कर सभी को मस्ती में झुमने को विवश कर दिया। लोग मस्ती में झूम उठें। कत्थक नृत्यांगना आयुषी तिवारी ने जै शिव शंकर, जै गंगाघर की प्रस्तुति की। कवि जय शंकर ने काव्य पाठ करते हुए सुनाया ‘गोल-गोल मुझको घुमाया ना करो मुझको रंगीली होली में, कवि बृजेश पाण्डेय ने सुनाया मुह में गुटका डाल के फुला के दोनों गाल पिच से थुक के चले दिये, पिचकारी का माल कवि सिद्धनाथ शर्मा ने ‘लोग करते आ रहे हैं गलतियां, क्यू किसी पर हम उठायें उंगलियां, कवि संतोष प्रित ‘कहने को क्या बात जमाना बदल रहा, दिखता है दिन रात जमाना बदल रहा’ कविताओं से हास्य व्यंग की रसधारा बहाई।


गजल गायक चन्द्रशेखर शर्मा ने ‘चिठ्ठी आई है आई है, गायिका ज्योति गुप्ता ‘आवतानी शीतला मायरिया, गायक सुरेन्द्र सुगम ने ‘शक्ति दे माँ’, जगदीश सरस ने ‘कलकत्ते की काली’, ज्ञानचन्द रौनक ‘कन्हैया हमके छेड़ा यमुना के तीर’, गायिका उर्वशी श्रीवास्तव ‘हे शम्भु बाबा मेरे भोलेनाथ, गायिका सरस्वती कृष्ण मुर्ती ‘तेरे दर ओ मेरी मैया तेरे दिवाने आये हैं’, आलोक ‘नादान मेरी माँ बताती हैं गंगा मेरी माता है’, भोपाल से आयी गायिका अनमोल सिंह ने देवी भक्ति गीत प्रस्तुत किया। सचिन देव शर्मा मिर्जापुर, राजन तिवारी, श्रद्धा पाण्डेय, अभिषेक दूबे, सुरेन्द्र सिंह, ने भी एक से बढ़कर एक गीत प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम में 25 महिलाओं तथा 11 किन्नर समाज के लोगों के विशेष सम्मान के अलावा कई अन्य विशिष्ट जनों एवं सैकड़ों कलाकारों को संस्था की ओर से स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मान पाने वालों में मुख्य रूप से जयदेश की न्यूज़ एंकर सोनाली पटवा और रिपोर्टर अंजली मिश्रा भी शामिल रहीं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता लोक चेतना के अध्यक्ष के.के. उपाध्याय ने की संचालन प्रधान महासचिव कैलाश सिंह ने किया। अथितियों का स्वागत महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष प्रियंका सिंह ने किया। इस अवसर पर सुधाकर महिला पी.जी. कालेज के संस्था प्रमुख प्रभुनारायण दूबे, जन कल्याण परिषद के अध्यक्ष गंगा सहाय पाण्डेय, शमसुल आरेफिन, निशान्त बरनवाल, अशोक पाण्डेय, राजू चौहान, राहुल अवस्थी, राजन सिंह, भानू प्रताप राय सोनू, बृजेश श्रीवास्तव, उदय, साहिल मौर्य, कृष्णा सिंह आदि लोग मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान काफी संख्या में दर्शक उपस्थित रहें। सभी ने मनोहरी कार्यक्रमों का लुत्फ उठाया।
