गाजीपुर
जमानियां विकास खंड में भ्रष्टाचार और लूट से जनता बेहाल, अधिकारी मौन

गाजीपुर। विकास खंड जमानियां में भ्रष्टाचार की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं, जिससे आम जनता का जीना मुहाल हो गया है। सोशल मीडिया, समाचार पत्रों और फोन के माध्यम से भ्रष्टाचार की शिकायत अधिकारियों तक पहुँचायी गयी है, लेकिन अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है। आरोप हैं कि अधिकारी दबाव में काम कर रहे हैं या स्वयं इस भ्रष्टाचार में शामिल हैं, इसलिए जांच से बचने के लिए कार्रवाई टाल रहे हैं।
मनरेगा में फर्जी भुगतान, पंचायत भवनों के निर्माण में गड़बड़ी और स्वच्छ भारत अभियान के तहत बनाए गए सामुदायिक शौचालयों में भी भारी भ्रष्टाचार की घटनाएं सामने आयी हैं। पंचायत भवन और सामुदायिक शौचालय बंद पड़े हैं, लेकिन फर्जी नामों पर लाखों रुपये का भुगतान किया जा रहा है। पंचायत भवनों में टेबल, ब्रेकर, कंप्यूटर जैसी सामग्री का भुगतान तो हुआ, लेकिन वह सामग्रियां मौजूद नहीं हैं।
स्थानीय लोग और सोशल मीडिया पर खबरें प्रकाशित होने के बाद भी संबंधित अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है और जनता की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। सवाल यह उठता है कि कब जिम्मेदार अधिकारी इस कुंभकरणीय नींद से जागेंगे और सरकारी योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंचेगा।
इस बीच जनता का कहना है कि यदि जल्द ही सुधार नहीं हुआ तो वे मजबूरन सड़क पर उतरेंगे और सरकार से जवाब मांगेंगे।