गाजीपुर
जमानियां में लंपी वायरस का प्रकोप, मवेशियों की हालत गंभीर

गाजीपुर। जिले के जमानियां क्षेत्र में लंपी वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। किसानों के लिए यह चिंता का विषय बन गया है क्योंकि भैंस, गाय और बकरियों के साथ-साथ छुट्टा पशु भी तेजी से संक्रमित हो रहे हैं। स्थानीय लोग इस समस्या से काफी परेशान हैं और नहीं जान पा रहे कि इसके लिए क्या उपाय किए जाएँ।
रायपुर गाँव में मोनू सिंह, संजय यादव और किशोरी राम जैसे कई किसानों की गायें लंपी वायरस से संक्रमित हो चुकी हैं। संक्रमण की स्थिति इतनी गंभीर है कि जानवरों की देखभाल करने वाले लोग भी असमंजस में हैं।
देवढ़ी निवासी बीरबहादुर सिंह ने अपनी पंचायत क्षेत्र में लंपी वायरस से जूझ रहे पशुओं की जानकारी जिला प्रशासन को दी। जिसके बाद 27 अगस्त को गाँव में टीकाकरण का कार्य किया गया।
जानकारों के अनुसार, लंपी एक त्वचा संबंधी रोग है जो पॉक्स वायरस के कारण होता है। इससे संक्रमित पशुओं में बुखार के साथ-साथ त्वचा पर गांठें उभर आती हैं। यह रोग दूध उत्पादन को कम कर देता है और गंभीर मामलों में पशु की मृत्यु भी हो सकती है।
टीकाकरण और सरकारी इंतज़ाम की स्थिति
लंपी वायरस से बचाव के लिए टीका उपलब्ध है। विशेषज्ञ बताते हैं कि टीकाकरण को बीमारी होने से पहले, लगभग तीन महीने पहले लगाना चाहिए। हालांकि, वर्तमान में सरकार केवल बीमारी फैलने के बाद ही सक्रिय हो रही है। उदाहरण के तौर पर, अगर टीका अगस्त में लगाया जाता है तो इसका असर अक्टूबर-नवंबर में दिखाई देगा।
लंपी वायरस की तेजी से फैलती महामारी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। स्थानीय प्रशासन और पशु चिकित्सकों से सुझाव है कि समय पर टीकाकरण और संक्रमित पशुओं की अलग-अलग देखभाल की जाए, ताकि नुकसान को कम किया जा सके।