गाजीपुर
जमानियां नहर से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने से 50 बीघा गेंहू की फसल जलमग्न
सेवराई तहसील के कई गांव प्रभावित, किसानों ने की प्रशासन से मुआवजे की मांग
गाजीपुर। सेवराई तहसील के अमौरा गांव में जमानियां पंप कैनाल से छोड़े गए अतिरिक्त पानी के कारण करीब 50 बीघा गेहूं की फसल जलमग्न हो गई। भदौरा से मिश्रावलिया माइनर के जरिए अमौरा सिवान में पहुंचे पानी ने कई किसानों की महीनों की मेहनत पर पानी फेर दिया। इस आपदा से सबसे ज्यादा नुकसान द्वारिका नाथ उपाध्याय को हुआ है, जिनकी तैयार फसल कटाई से पहले ही बर्बाद हो गई।
किसान द्वारिका नाथ उपाध्याय ने बताया कि धान की खेती के समय जब पानी की सबसे अधिक जरूरत थी, तब सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध नहीं हो पाया। लेकिन अब जब गेहूं की कटाई का समय आया, तो दूसरी बार फसल जलभराव के कारण बर्बाद हो रही है।
किसान राजन यादव ने माइनर की दयनीय स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि इस समय किसी भी किसान को सिंचाई की जरूरत नहीं थी, फिर भी नहर से पानी छोड़ा गया, जिससे फसल को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने मांग की कि नहर का पानी तुरंत बंद किया जाए ताकि और ज्यादा फसलें प्रभावित न हों।
माइनर से सटे खेतों के मालिक अयोध्यानाथ, विकास यादव, अंबिका यादव समेत कई किसानों की फसलें जलभराव से नष्ट हो गई हैं। किसानों ने प्रशासन से फसल क्षति का सर्वेक्षण कराकर उचित मुआवजा देने की मांग की है।
किसानों का कहना है कि फसल कटाई का समय निकट था, लेकिन खेतों में पानी भर जाने से पूरी फसल बर्बाद होने की कगार पर है। उन्होंने जिला प्रशासन से तत्काल नहर का पानी रोकने, प्रभावित फसलों का आकलन कराने और मुआवजे की प्रक्रिया जल्द शुरू करने की अपील की है।
किसानों की लगातार मांग और विरोध के बाद स्थानीय प्रशासन इस मामले को संज्ञान में ले सकता है। कृषि विभाग और सिंचाई विभाग के अधिकारियों से जल्द ही इस समस्या का समाधान निकालने की उम्मीद जताई जा रही है। प्रभावित किसानों ने मांग की है कि भविष्य में नहर से पानी छोड़ने से पहले इलाके की स्थिति को ध्यान में रखा जाए, ताकि इस तरह की समस्याओं से बचा जा सके।