गाजीपुर
जच्चा-बच्चा केंद्र बदहाल, ग्रामीणों ने की मरम्मत की मांग

ग्रामीणों का आरोप – केंद्र पर कार्यरत एएनएम घर से ही पैसे लेकर करती हैं इलाज
गाजीपुर। जनपद के दिलदारनगर क्षेत्र के फूली गांव स्थित जच्चा-बच्चा केंद्र की बदहाल स्थिति ने ग्रामीणों को परेशान कर रखा है। एक दशक पहले लाखों रुपये की लागत से बने इस केंद्र की हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि यहां स्वास्थ्य कर्मी भी काम करने से कतराते हैं। खिड़कियां और दरवाजे टूट चुके हैं, और भवन अब कूड़ा-कचरे का अड्डा बन गया है।
गर्भवती महिलाओं को नियमित टीकाकरण और इलाज के लिए दूसरे केंद्रों तक जाना पड़ता है। खासतौर पर रात के समय गर्भवती महिलाओं और उनके परिवारों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
ग्रामीणों ने जतायी नाराजगी
ग्रामीणों ने स्वास्थ्य सेवाओं की दुर्दशा पर गहरी नाराजगी जतायी है। गांव के निवासी राजकुमार गुप्ता ने आरोप लगाया कि केंद्र पर कार्यरत एएनएम घर से ही पैसे लेकर इलाज करती हैं। वहीं, ग्रामीण चुन्नू अंसारी का कहना है कि वर्षों से यह केंद्र खुद बीमार पड़ा हुआ है। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग से अपील की है कि जर्जर भवन का पुनर्निर्माण कराया जाए और स्वास्थ्य सेवाएं फिर से बहाल हों।
शासन को भेजा गया पत्र
जमानिया के चिकित्सक प्रभारी डॉ. रवि रंजन कुमार ने बताया कि भवन की स्थिति पर शासन को पत्र भेजा गया है। निरीक्षण के बाद यह तय किया जाएगा कि भवन की मरम्मत होगी या नया निर्माण किया जाएगा।