राज्य-राजधानी
छठ पर्व को लेकर सजे बाजार
संत कबीर नगर। जिले के खलीलाबाद मुखलिसपुर चौराहे पर आज आस्था और भक्ति का एक ऐसा ही अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है जो सीधे हृदय को छू लेता है। लोक-आस्था के महापर्व छठ के लिए, यहाँ का बाज़ार जीवंत हो उठा है।
बाज़ार में चारों ओर उत्सव का माहौल है, हर चेहरे पर छठ मैया के प्रति गहरी श्रद्धा का भाव साफ झलकता है। पारंपरिक परिधानों में सजी-धजी महिलाएं जब पूजा सामग्री और फलों की टोकरियाँ संभालती हैं, तो यह दृश्य सिर्फ खरीदारी का नहीं, बल्कि पीढ़ी-दर-पीढ़ी चली आ रही एक पवित्र परंपरा के निर्वहन का बन जाता है।
उनकी आँखों में घर-परिवार की सुख-समृद्धि और संतान की दीर्घायु के लिए रखे गए कठिन व्रत की अटूट शक्ति और समर्पण दिखाई देता है। नारियल, केले के घौंद (गुच्छे), सिंघाड़ा, और सबसे अहम प्रसाद ‘ठेकुआ’ बनाने के लिए ज़रूरी सामग्री की खरीदारी पूरे उत्साह से चल रही है।
हर सामान की खरीद में एक पवित्र भाव छिपा है – यह सिर्फ वस्तु नहीं, सूर्य देव और छठी मैया को दिया जाने वाला निश्छल प्रेम और धन्यवाद है। बाज़ार की इस रौनक के बीच, प्रशासन ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं, ताकि हर व्रती महिला निश्चिंत होकर अपनी खरीदारी पूरी करे।
मुखलिसपुर चौराहे का यह बाज़ार इस समय सिर्फ एक व्यावसायिक केंद्र नहीं, बल्कि श्रद्धा, प्रेम और अटूट विश्वास का एक महकता हुआ आँगन बन गया है जो हर गुजरते पल के साथ छठ महापर्व के आगमन की खुशी को और गहरा कर रहा है। यह दृश्य बताता है कि लोकपर्वों में कितनी जीवंतता और भावनात्मक गहराई होती है।
