चन्दौली
चंदौली में धूमधाम से मनाया गया रक्षाबंधन

भाइयों ने बहनों को उपहार देकर रक्षा का संकल्प दोहराया
चंदौली। भाई-बहन के प्रेम और विश्वास का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन शनिवार को पूरे जनपद सहित नगर में हर्षोल्लास के साथ धूमधाम से मनाया गया। बहनों ने भाइयों की कलाई पर कच्चे धागे से प्यार की पक्की डोर बांधी। भाइयों ने बहनों की रक्षा का संकल्प दोहराया।
रक्षाबंधन पर्व को लेकर शनिवार की प्रातःकाल से ही जनपद सहित नगर के बाजार गुलजार रहे। राखी और मिठाई की दुकानों सहित गिफ्ट कॉर्नर की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ लगी रही। बाजार में एक से बढ़कर एक सुंदर राखी के अलावा चांदी की भी खूबसूरत राखियां उपलब्ध रहीं।
प्रातःकाल शुभ मुहूर्त में बहनों ने अपने-अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर रक्षा सूत्र बांधा। तत्पश्चात मिठाई खिलाकर एवं आरती उतार कर भाइयों के दीर्घायु की कामना की। वहीं भाइयों ने भी अपनी बहनों को उपहार प्रदान कर रक्षा का वचन दिया।

रक्षाबंधन का पर्व आदिकाल से मनाया जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार माता लक्ष्मी ने राजा बलि को रक्षा सूत्र बांधकर उपहार स्वरूप भगवान विष्णु को मांगा था। कथा के अनुसार राजा बलि ने जब अपना सब कुछ दान कर दिया तब भगवान विष्णु से प्रार्थना कर अपने साथ पाताल लोक ले गए।
भगवान विष्णु के वैकुंठ धाम वापस न जाने पर माता लक्ष्मी विचलित हो गईं। उन्होंने पता लगाते हुए पाताल लोक पहुंची। उन्होंने राजा बलि को अपना भाई बनकर रक्षा सूत्र बांधा और उपहार स्वरूप भगवान विष्णु को मांगा। रक्षाबंधन की शुरुआत तभी से हुई।
शनिवार की प्रातः रक्षाबंधन पर्व को लेकर नगर सहित जनपद के बाजार में काफी चहल-पहल रही। बहनें अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए अपने मायके पहुंची थीं। रक्षाबंधन पर्व को लेकर छोटे-छोटे बच्चों में काफी उत्साह दिखा। रंग-बिरंगी राखियां बच्चों को अधिक प्रिय लग रही थीं।