Connect with us

गाजीपुर

ग्राम सचिव की लापरवाही से बच्चों का भविष्य अधर में, दस्तावेज गायब

Published

on

गाजीपुर। ग्राम सभा गोविंदपुर कीरत में ग्राम सचिव कुमुद श्रीवास्तव की लापरवाही से गरीब परिवारों के बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ गया है। जन्म प्रमाण पत्र के लिए दो माह पूर्व दी गई फाइलों में महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब हो जाने से बच्चों के मौलिक अधिकारों का हनन हो रहा है।

समाजसेवी राजकुमार मौर्य ने बताया कि संबंधित फाइलें सचिव द्वारा गांव की ही एक महिला को बाजार में दी गईं, लेकिन बाद में पता चला कि फाइलों से महत्वपूर्ण दस्तावेज ही नहीं थे। उन्होंने आरोप लगाया कि सचिव ग्राम प्रधान सूबेदार यादव के नाम का सहारा लेकर गलतबयानी कर रही हैं।

ग्राम प्रधान बोले – दस्तावेजों पर किए थे हस्ताक्षर, कैसे गायब हुए, नहीं है जानकारी
जब इस मामले पर ग्राम प्रधान सूबेदार यादव से टेलीफोनिक संपर्क किया गया तो उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने सभी आवश्यक दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए थे। उन्होंने सचिव के बयानों को गैर-जिम्मेदाराना करार दिया।

सचिव की बजाय बात करते हैं सचिव पति, तय समय में नहीं होती उपस्थिति
समाजसेवी मौर्य ने आरोप लगाया कि सचिव से संपर्क के प्रयास में केवल उनके पति ही जवाब देते हैं। बातचीत में जब ग्राम सभा में बैठने के समय पर सवाल किया गया तो सचिव पति ने बताया कि अब सोमवार के बजाय बुधवार को आते हैं। जब पूछा गया कि क्या ग्राम प्रधान और ग्राम सभा को नई समय-सारणी की जानकारी है, तो कोई स्पष्ट उत्तर नहीं मिला। ग्राम प्रधान ने भी नई व्यवस्था से अनभिज्ञता जाहिर की।

Advertisement

समाजसेवी ने की शिकायत, पंचायती राज अधिकारी ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
समाजसेवी राजकुमार मौर्य ने पंचायती राज अधिकारी अंशुल मौर्य से मिलकर सचिव की लापरवाही की विस्तृत जानकारी दी। अधिकारी ने शीघ्र ही जांच कर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया।

महिला समूहों के माध्यम से भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्य कर रही संस्था
राजकुमार मौर्य ने बताया कि बौद्ध कल्याणकारी महिला उत्थान ट्रस्ट भ्रष्टाचार जैसे संवेदनशील विषयों पर लगातार कार्य कर रही है। महिला समूहों के माध्यम से ग्राम सभा की समस्याओं को उजागर किया जा रहा है।

Copyright © 2024 Jaidesh News. Created By Hoodaa

You cannot copy content of this page