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गुरु तेग बहादुर के बलिदान दिवस पर सीएम योगी ने अर्पित की श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहियागंज गुरुद्वारे में गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उन्होंने गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान और उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि सिख पंथ के अनुयायियों ने न केवल अपनी कौम बल्कि पूरे देश और सनातन धर्म की रक्षा की।
विशेष रूप से गुरु तेग बहादुर ने कश्मीर के सनातन धर्मावलंबियों को बचाया जब विदेशी आक्रांताओं ने धर्म परिवर्तन का आदेश दिया था।योगी ने बताया कि गुरु तेग बहादुर ने कश्मीरी पंडितों को न केवल जीवनदान दिया बल्कि उन्हें यह संदेश भी दिया कि अत्याचारियों से कह दो कि पहले हमारे गुरु को इस्लाम स्वीकार कराओ।
उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर ने कभी देश और धर्म की रक्षा में किसी भी बलिदान से पीछे नहीं हटे और कभी भी विदेशी आक्रांताओं के सामने सिर नहीं झुकाया।
मुख्यमंत्री ने गुरु नानक देव के समय का उल्लेख करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने बाबर के अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि यह भक्ति की परंपरा का एक उदाहरण था जिसमें समाज को नई दिशा देने का कार्य किया गया।
इसके बाद शहादत और बलिदान की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए गुरु गोविंद सिंह जी तक यह सिलसिला पहुंचा जिन्होंने न केवल सनातन धर्म की रक्षा की बल्कि भारत की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।योगी ने आगे कहा कि गुरु तेग बहादुर ने गुरु गोविंद सिंह जी जैसे महान व्यक्तित्व को जन्म दिया और उनका बलिदान देश और धर्म की रक्षा के लिए था।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा के बाद से यह दिन मुख्यमंत्री आवास पर भव्यता के साथ मनाया जा रहा है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य आज की युवा पीढ़ी और बच्चों के सामने शहादत का आदर्श प्रस्तुत करना है जो देश और धर्म के लिए महत्वपूर्ण है। योगी ने कहा कि सिख गुरुओं का इतिहास हमें जीवन में नई प्रेरणा देता है और निरंतर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।