गोरखपुर
गीडा सेक्टर-13 में लगेगा सीईटीपी प्लांट
गोरखपुर। गीडा औद्योगिक क्षेत्र में प्रदूषण नियंत्रण को प्रभावी बनाने के लिए सेक्टर-13 में कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) स्थापित किए जाने की तैयारी है। इस प्लांट का प्रमुख उद्देश्य यहां की औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले दूषित जल को शोधित कर पर्यावरण को नुकसान से बचाना है।
वर्तमान में गीडा में कई उद्योग संचालित हैं, लेकिन समग्र शोधन व्यवस्था न होने के कारण पर्यावरणविदों और उद्योग संचालकों की तरफ से लगातार चिंता जताई जा रही थी। कई फैक्ट्रियों से निकलने वाला गंदा पानी आमी नदी में मिल जाने की शिकायतें भी सामने आती रही हैं।
योजना के अनुसार, क्षेत्र की सभी इकाइयों का दूषित पानी नालों के माध्यम से सीईटीपी तक भेजा जाएगा। यहां शोधित किए जाने के बाद पानी को नदी में प्रवाहित किया जाएगा। प्रस्तावित सीईटीपी की क्षमता चार एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) होगी।
इस परियोजना पर लगभग 57 करोड़ रुपये की लागत अनुमानित है। केंद्र सरकार पहले ही 57 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान कर चुकी है। लागत का वहन केंद्र और राज्य सरकार के साथ-साथ गीडा प्राधिकरण तथा औद्योगिक इकाइयों द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा।
