पूर्वांचल
“गाजीपुर को अपराध मुक्त जिला बनाना प्रमुख उद्देश्य” : डॉ. ईरज राजा
भूडकुड़ा कोतवाली का पुलिस कप्तान ने किया औचक निरीक्षण
कोतवाली की साफ-सफाई और कांस्टेबलों के लिए बनाए गए भोजनालय भवन की प्रशंसा की
गाजीपुर। पुलिस कप्तान डॉ. ईरज राजा ने बुधवार को भूडकुड़ा कोतवाली का औचक निरीक्षण किया। गाजीपुर, आजमगढ़ और मऊ के बॉर्डर पर स्थित इस कोतवाली का विशेष महत्व है, क्योंकि यह क्षेत्र संवेदनशील माना जाता है। कप्तान के पहुंचने पर हेड कांस्टेबलों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया।
निरीक्षण के दौरान डॉ. ईरज राजा ने सीसीटीएनएस (क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम), महिला हेल्प डेस्क, कार्यालय की फाइलें, असलहा कार्यालय और अन्य भवनों का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने कोतवाली की साफ-सफाई और कांस्टेबलों के लिए बनाए गए भोजनालय भवन की प्रशंसा की।
स्वच्छता और व्यवस्थाओं पर मिली सराहना
पुलिस कप्तान ने कोतवाली के स्वच्छता प्रबंधन की सराहना करते हुए कहा कि बेहतर देखरेख और अनुशासन से पुलिस थानों की कार्यप्रणाली में सुधार हो रहा है। उन्होंने कोतवाल तारावती यादव के नेतृत्व में कांस्टेबलों के लिए भोजनालय और बैठने की व्यवस्था को सराहा।
अपराध मुक्त जिले का लक्ष्य
डॉ. ईरज राजा ने कहा कि गाजीपुर को अपराध मुक्त जिला बनाना उनका प्रमुख उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि अपराध पर नियंत्रण के लिए 24 घंटे पुलिस तत्पर रहती है, जिससे कई अपराधी जिले को छोड़ चुके हैं। थानों की जरूरत के अनुसार मेंटेनेंस कार्य किया जा रहा है, और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पुलिस कर्मियों को सम्मानित भी किया जा रहा है।
इस निरीक्षण के दौरान भूडकुड़ा के सीओ बलराम, कोतवाल तारावती यादव और अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। पुलिस कप्तान ने यह भी कहा कि जिले के सभी थानों का औचक निरीक्षण जारी रहेगा, ताकि कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाया जा सके।