Connect with us

गाजीपुर

गहमर में नागपंचमी पर जुटते हैं श्रद्धालु, बक्स बाबा के नाम से सर्प दंश से मिलती है मुक्ति

Published

on

गाजीपुर। गहमर गांव में नागपंचमी का पर्व अत्यंत श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। इस मौके पर बक्स बाबा के स्थान पर विशेष पूजन का आयोजन किया जाता है। मान्यता है कि यहां बक्स बाबा का नाम लेने मात्र से सर्प दंश से मुक्ति मिल जाती है।

यह आस्था सिर्फ गहमर तक ही सीमित नहीं है। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के साथ-साथ बिहार से भी श्रद्धालु सर्पदंश की पीड़ा से राहत पाने की उम्मीद में यहां पहुंचते हैं। लोगों का विश्वास है कि बक्स बाबा के स्थान पर चढ़ावा चढ़ाने से विष का प्रभाव समाप्त हो जाता है।

गांव के निवासी सुधीर कुमार के अनुसार, यह परंपरा सैकड़ों वर्षों से चली आ रही है और पूर्वजों द्वारा शुरू की गई इस मान्यता को आज भी पूरी आस्था के साथ निभाया जाता है। नागपंचमी के दिन श्रद्धालु अपने घरों में दूध और लावा छिड़कते हैं, और इसके बाद बाबा बक्स के स्थान पर चढ़ावा अर्पित करते हैं। इसे ही वे सफल पूजा मानते हैं।

बीते वर्षों में इस मौके पर मेले का आयोजन भी होता था, लेकिन समय के साथ यह परंपरा धीरे-धीरे क्षीण होती गई है। बावजूद इसके नागपंचमी के दिन आज भी उत्तर प्रदेश और बिहार से बड़ी संख्या में श्रद्धालु गहमर पहुंचते हैं।

आसपास के गांवों में भी इस अवसर पर धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन किए जाते हैं। कई जगहों पर ग्रामीणों द्वारा पारंपरिक कुश्ती प्रतियोगिताएं भी कराई जाती हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा विशेष प्रबंध किए जाते हैं, ताकि किसी को कोई असुविधा न हो।

Advertisement

Copyright © 2024 Jaidesh News. Created By Hoodaa

You cannot copy content of this page