वाराणसी
गर्मी में भी डेंगू का कहर, काशी की 36 कॉलोनियां रेड जोन में

वाराणसी। बदलते मौसम के साथ बीमारियां भी अपना मिज़ाज बदल रही हैं। बरसात में सक्रिय रहने वाला डेंगू अब चिलचिलाती गर्मी में भी पांव पसारने लगा है। हैरानी की बात यह है कि इस वक्त शहर की 36 कॉलोनियां डेंगू के रेड जोन में चिन्हित की गई हैं। इसके साथ ही 32 ग्रामीण क्षेत्रों को भी हॉटस्पॉट की सूची में शामिल किया गया है। नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग फॉगिंग अभियान की तैयारियों में जुटा है।
स्ट्रेन में म्यूटेशन से बढ़ा संक्रमण का दायरा
बीएचयू स्थित आईएमएस के प्रो. गोपालनाथ बताते हैं कि डेंगू आमतौर पर बरसात में फैलता है, लेकिन वायरस स्ट्रेन के म्यूटेशन और मौसम में असामान्य बदलाव के चलते अब गर्मी में भी संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। डेंगू के चार स्ट्रेन (DEN-1 से DEN-4) होते हैं, जिनमें समय-समय पर म्यूटेशन होता रहता है।
रेड जोन में वीआईपी कॉलोनियां भी शामिल
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि जिन कॉलोनियों में छह या उससे अधिक केस मिले हैं, उन्हें रेड जोन में रखा गया है। इनमें बीएचयू कैंपस, महामनापुरी कॉलोनी, डिफेंस कॉलोनी, नगवां, बरेका, पुलिस लाइन, वीडीए कॉलोनी जैसी प्रमुख कॉलोनियां शामिल हैं। सामनेघाट और जिला अस्पताल में दो युवकों की हालिया जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
125 हॉटस्पॉट घोषित, दिन में भी काट रहे मच्छर
डेंगू को लेकर नगर निगम की फॉगिंग के दावों के बावजूद मच्छरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। जिले में अब तक 125 स्थानों को हॉटस्पॉट घोषित किया जा चुका है। इनमें 69 शहरी और 56 ग्रामीण इलाके शामिल हैं। भीषण गर्मी के बावजूद मच्छर अब दिन में भी सक्रिय हो गए हैं।
डेंगू के मरीजों का आंकड़ा
2025: अब तक 39 केस
2024: 425 केस
2023: 491 केस
2022: 562 केस
विश्व डेंगू दिवस पर जागरूकता जरूरी
हर साल 16 मई को विश्व डेंगू दिवस मनाया जाता है ताकि लोग जलभराव जैसी स्थितियों से बचकर मच्छरों की रोकथाम कर सकें। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि घरों के आसपास सफाई रखें, कूलर व गमलों में पानी जमा न होने दें और नियमित रूप से फॉगिंग कराएं।