Connect with us

गाजीपुर

गड्ढों से भरी सड़क बनी तालाब, धान की रोपाई कर जताया विरोध

Published

on

मरदह (गाजीपुर)। प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग की लापरवाही से बरही-बोगना गांव मार्ग की हालत बदतर हो चुकी है। जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं और बारिश के समय सड़क पर पानी भर जाने से राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्रीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने सड़क पर भरे पानी में धान की रोपाई कर अनोखे अंदाज में विरोध प्रदर्शन किया और घंटों नारेबाजी की।

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि कोई पहल नहीं कर रहे हैं। प्राथमिक विद्यालय बरही के सामने सड़क पर बने गहरे गड्ढे में रोपाई कर विरोध जताया गया। समाजसेवी रामनरायण यादव ने बताया कि बरही चट्टी फोरलेन मार्ग से लेकर गांव के काली मंदिर तक लगभग दो सौ मीटर की सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। सड़क पर जगह-जगह बने गड्ढों में पानी भरने से यह तालाब में तब्दील हो जाती है।

उन्होंने बताया कि स्थानीय लोग पिछले एक दशक से इस दुर्दशा का सामना कर रहे हैं। दर्जनों गांवों के हजारों लोगों को प्रतिदिन इसी मार्ग से होकर स्कूल, बाजार और अन्य कामों के लिए आना-जाना होता है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि इस समस्या की अनदेखी कर रहे हैं। प्रतिदिन कई राहगीर गिरकर चोटिल हो रहे हैं, बावजूद इसके अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

सुबेदार राम ने बताया कि इस मार्ग की दशकों से मरम्मत नहीं हुई है। कई बार जनप्रतिनिधियों और संबंधित विभाग से शिकायत की गई, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ, तो ग्रामीण जिला मुख्यालय पर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

Advertisement

विरोध प्रदर्शन में रामनरायण यादव, सोनू यादव, सुबेदार राम, मनोज जायसवाल, अनिल यादव, गोलू ख़ान, पीर मुहम्मद, पप्पू जायसवाल, गिरीश शर्मा, रामशीष गुप्ता, प्रदीप यादव, संतोष शर्मा, संजीत गुप्ता, मेहरून निशा, नूरजहां, रीता जायसवाल, शम्भू वर्मा, अमरदेव यादव, गभड़ू जायसवाल, सुनील यादव, विमला देवी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।

सड़क नहीं, मौत का फंदा बन गई यह राह
योगी सरकार भले ही प्रदेश को गड्ढा मुक्त बनाने के दावे कर रही हो, लेकिन जमीनी सच्चाई इससे कोसों दूर है। मरदह क्षेत्र की कई सड़कें इतनी खस्ताहाल हैं कि उन पर चलना जान जोखिम में डालने के बराबर है।

बरही चट्टी से बोगना मार्ग की ओर बढ़ते ही प्राथमिक विद्यालय के सामने पत्थर के कट स्टोन बोल्डरों से बनी सड़क की स्थिति देखने लायक है। बरसात के दिनों में इस दो सौ मीटर लंबे हिस्से पर नालियों और वर्षा जल के कारण लगातार पानी भरा रहता है। सड़क पर बने गड्ढों और बिखरी ईंटों के कारण राहगीरों को गंभीर परेशानी झेलनी पड़ती है। सबसे ज्यादा दिक्कत स्कूली बच्चों और बुजुर्गों को होती है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि यह सड़क लगभग 10 साल पहले बनाई गई थी, लेकिन इसके बाद आज तक कोई मरम्मत कार्य नहीं हुआ। अगल-बगल की नालियां भी जर्जर हो चुकी हैं, जिससे पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। इसका असर यह है कि सड़क लंबे समय तक पानी में डूबी रहती है।

Advertisement

बताया गया कि यह मार्ग बरही और बोगना गांवों के अलावा पलहीपुर, तरक्षा, ढोढ़ावीर, रायपुर, डंडापुर, मलेठी और धर्मागतपुर होते हुए दुल्लहपुर तक जाता है। यह क्षेत्रीय संपर्क मार्ग अत्यंत व्यस्त रहता है और रोजाना हजारों लोगों की आवाजाही इसी पर निर्भर है।

“जल्द बनेगा स्टीमेट, शासन को भेजेंगे प्रस्ताव”

इस संबंध में पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता इंजीनियर बी.एल. गौतम ने कहा कि मामला संज्ञान में है। जल्द ही सड़क की मरम्मत के लिए नया स्टीमेट तैयार कर शासन को भेजा जाएगा ताकि जल्द से जल्द कार्य प्रारंभ कराया जा सके।

Copyright © 2024 Jaidesh News. Created By Hoodaa