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चन्दौली

गंगा का जलस्तर घटा, बाढ़ जैसे हालात बरकरार

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चहनियां (चंदौली)। गंगा नदी के जलस्तर में बुधवार सुबह छह बजे से कमी आ रही है, किंतु बाढ़ जैसे हालात अभी भी बरकरार हैं और कई गांव अब भी चारों ओर से पानी से घिरे हुए हैं। हालांकि एसडीएम कुंदन राज कपूर द्वारा गुरुवार को लगातार दौरा कर मदद की जा रही है।

गांवों की गलियों से लेकर घरों के आंगन तक पानी भरा हुआ है, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई संपर्क मार्ग पूरी तरह जलमग्न हैं, जिसके कारण गांवों का ब्लॉक, जिला मुख्यालय और अन्य स्थानों से संपर्क कट गया है। यह स्थिति न केवल मानव जीवन बल्कि पशुधन के लिए भी संकटपूर्ण बन गई है। बाढ़ के पानी में चारा डूब जाने से पशुपालकों को अपने मवेशियों के लिए चारे की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।

गंगा के जलस्तर में दो सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से घटाव दर्ज किया जा रहा है। प्रशासन को उम्मीद है कि यदि यही रफ्तार बनी रही, तो गुरुवार शाम तक कुछ इलाकों में स्थिति में सुधार आ सकता है। हालांकि अभी भी सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।

बाढ़ प्रभावित इलाकों में प्रशासन पूरी तरह सक्रिय है। एसडीएम कुंदन राज कपूर के नेतृत्व में तहसील और जिला प्रशासन की टीमें लगातार क्षेत्रीय भ्रमण कर रही हैं और हालात पर नजर बनाए हुए हैं। गांव-गांव में जाकर लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों को सतर्क किया जा रहा है, साथ ही जरूरतमंदों को तत्काल राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।

इस दौरान एसडीएम सकलडीहा कुंदन राज कपूर ने बताया कि तहसील क्षेत्र के कुल 82 गांव बाढ़ की चपेट में हैं, जिनमें कई गांवों की आबादी भी प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित है। हसनपुर, बलुआ, प्रसहटा, नरौली और गद्दोचक जैसे गांवों में लोगों के घरों तक पानी घुस चुका है। इन गांवों में प्रशासन ने प्राथमिकता के आधार पर राहत पहुंचाने का काम शुरू किया है।

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अब तक प्रशासन द्वारा 250 बाढ़ राहत किट वितरित की जा चुकी हैं, जिनमें खाद्यान्न, पीने का पानी, मवेशियों के लिए चारा और आवश्यक दवाइयां शामिल हैं। एसडीएम ने बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों से अपील की है कि वे प्रशासन द्वारा स्थापित बाढ़ चौकियों पर पहुंचें और वहां उपलब्ध खाद्य सामग्री एवं पशुओं के चारे का लाभ उठाएं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्रशासन हर स्तर पर आपकी सुरक्षा और सहायता के लिए तैयार है।

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