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वाराणसी

खाद्यान्न घोटाले का मास्टरमाइंड वाराणसी से गिरफ्तार

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30 लाख के गबन का आरोपी निकला रिटायर्ड बीडीओ

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के चर्चित खाद्यान्न घोटाले में आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) की वाराणसी इकाई ने बड़ी सफलता हासिल की है। बलिया जिले में वर्ष 2006 में दर्ज घोटाले में शामिल पूर्व खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) दयाराम विश्वकर्मा को वाराणसी के चितईपुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। वह बीते कई वर्षों से फरार चल रहा था और रिटायरमेंट के बाद कर्मजीतपुर, सुंदरपुर थाना चितईपुर इलाके में गुप्त रूप से रह रहा था।

दयाराम विश्वकर्मा, मूल रूप से चंदौली के शाहबगंज क्षेत्र का निवासी है। पुलिस पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया है।

इस घोटाले में मुकदमा बलिया के बांसडीह थाने में वर्ष 2006 में दर्ज किया गया था। आरोपी पर आरोप है कि उसने संपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना के अंतर्गत ‘काम के बदले अनाज’ योजना में जालसाजी और फर्जीवाड़े से करीब 30 लाख रुपये का गबन किया था।

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EOW के निरीक्षक सुनील कुमार ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर चितईपुर क्षेत्र में छापेमारी कर दयाराम को गिरफ्तार किया गया। आरोपी वर्ष 2022 में डीडीओ सुल्तानपुर के पद से रिटायर हुआ था।

बलिया खाद्यान्न घोटाला उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े घोटालों में से एक माना जाता है। अब तक इसमें 20 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस घोटाले की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बलिया में 51 मुकदमे दर्ज किए गए थे और 6,049 लोग नामजद किए गए थे।

राज्य सरकार के आदेश पर इनमें से 8 मामलों की जांच CBI द्वारा की जा रही है, जबकि बाकी 43 मामलों की जांच EOW वाराणसी को सौंपी गई है।

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