गाजीपुर
कोमा में पड़े व्यक्ति की हत्या या आत्महत्या के बीच उलझी पुलिस

पत्नी की तहरीर पर हत्या की शंका में मुकदमा दर्ज
नन्दगंज (गाजीपुर)। थाना क्षेत्र के धरवां गांव के पास रेलवे ट्रैक पर 22 मई की रात घायल अवस्था में मिले रामदुलार सिंह (45 वर्ष), पुत्र बांके सिंह, को लेकर नन्दगंज पुलिस हत्या या आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने में पिछले पखवाड़े से उलझी हुई है। रामदुलार सिंह अभी भी अस्पताल में कोमा में हैं।
पुलिस इस मामले की जांच में नन्दगंज रेलवे स्टेशन से उस दिन के मालगाड़ी चालक द्वारा दिए गए मेमो और स्टेशन कर्मचारियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर जुटी हुई है। घटनास्थल के पास रहवासियों से भी पूछताछ की जा रही है। मालगाड़ी चालक से भी पूछताछ हो चुकी है, लेकिन अब तक कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिल सका है।
इस बीच, घायल रामदुलार सिंह की पत्नी ने नन्दगंज थाने में तहरीर देकर अपने पति की हत्या की आशंका जताई है, जिस पर पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध हत्या की आशंका में मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
हालांकि पुलिस को अब तक प्राप्त अपुष्ट साक्ष्यों के आधार पर आत्महत्या की आशंका अधिक प्रतीत हो रही है, लेकिन कुछ सवाल ऐसे हैं जिनका स्पष्ट उत्तर पुलिस नहीं दे पा रही है—जैसे कि मऊ जनपद के सरायलखंसी का निवासी व्यक्ति लगभग 35–40 किमी दूर आकर आत्महत्या क्यों करेगा? दूसरा, यदि आत्महत्या करनी थी, तो वह रेलवे ट्रैक के मध्य में पटरी के समानांतर क्यों लेटा?
सोहराब बाबा मजार के पास लगे सीसीटीवी फुटेज और वहां के स्थानीय लोगों से भी यह पुष्टि नहीं हो सकी है कि घायल व्यक्ति उस दिन मजार या उसके आसपास मौजूद था।
सूत्रों के अनुसार, स्टेशन मास्टर की सूचना पर 112 नंबर पुलिस और आरपीएफ के सिपाही घटनास्थल पर पहुंचे। तब तक किसी ने एम्बुलेंस बुलाकर घायल को जिला अस्पताल भेजवा दिया था। घटनास्थल पर कोई नहीं मिला। दो दिन बाद घायल के परिजन पहुंचकर आरपीएफ, रेलवे स्टेशन और नन्दगंज थाने में पूछताछ करने लगे और इसे आत्महत्या न मानकर हत्या का प्रयास बताया।
ज्ञात हो कि 22 मई की रात गाजीपुर से वाराणसी जा रही मालगाड़ी के चालक ने नन्दगंज रेलवे स्टेशन पर गाड़ी रोककर स्टेशन मास्टर को एक लिखित मेमो दिया कि पोल संख्या 133 से 135 के बीच एक व्यक्ति दोनों पटरियों के बीच पटरी के समानांतर लेटा हुआ है। स्टेशन मास्टर ने यह सूचना आरपीएफ और स्थानीय थाना पुलिस को दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तब तक एम्बुलेंस घायल को गाजीपुर ले जा चुकी थी। वह अब भी वहीं कोमा में भर्ती है।
नन्दगंज पुलिस अब उस व्यक्ति की तलाश कर रही है जिसने एम्बुलेंस बुलाकर घायल को अस्पताल भेजवाया था। माना जा रहा है कि वह इस घटना की सच्चाई पर कुछ प्रकाश डाल सकता है।
थानाध्यक्ष बृजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि घायल की पत्नी की तहरीर पर अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध हत्या की आशंका में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि घायल व्यक्ति उस दिन अपनी पत्नी से विवाद के बाद घर पर मोबाइल और चाबी छोड़कर निकला था। फिलहाल पुलिस की प्राथमिकता यही है कि घायल व्यक्ति स्वस्थ हो और सच्चाई सामने आ सके।