वाराणसी
किडनी, लिवर और कैंसर की बीमारियों का समय रहते इलाज संभव

मेदांता लखनऊ के विशेषज्ञों ने दी अहम सलाह
वाराणसी। बदलती जीवनशैली और अनियमित खानपान के कारण किडनी, लिवर और कैंसर जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों के अनुसार अधिकतर मामलों में लोग शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे बीमारी गंभीर अवस्था में पहुंच जाती है। बुधवार को होटल सफायर ग्रैंड, वाराणसी में मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने प्रेस वार्ता कर इन बीमारियों की जांच और इलाज के महत्व पर जोर दिया।
मेदांता लखनऊ के डायरेक्टर, यूरोलॉजी व रीनल केयर, डॉ. मनमीत सिंह ने बताया कि पेशाब में जलन, रुक-रुक कर पेशाब आना, थकान, मितली या उल्टी जैसे लक्षण यूरोलॉजिकल बीमारियों की ओर इशारा करते हैं। अगर समय रहते इलाज हो जाए तो डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट की नौबत नहीं आती। डॉ. मनमीत वाराणसी स्थित उपकार व मैक्सवेल हॉस्पिटल में चिकित्सकीय परामर्श देंगे।
डायरेक्टर, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, कैंसर केयर, डॉ. अभिषेक कुमार सिंह ने कहा कि भारत में कैंसर के मामले देर से पकड़ में आते हैं, जिससे इलाज मुश्किल हो जाता है। बिना थकान वाली कमजोरी, अचानक वजन कम होना, शरीर में गांठ बनना या लंबे समय से खांसी रहना, ये सभी लक्षण कैंसर के संकेत हो सकते हैं। समय रहते जांच से इलाज आसान और जीवन सुरक्षित होता है। डॉ. अभिषेक वाराणसी के उपकार हॉस्पिटल में परामर्श देंगे।
लीवर ट्रांसप्लांट के सीनियर कंसल्टेंट, डॉ. विवेक गुप्ता ने कहा कि फैटी लिवर, हेपेटाइटिस या सिरोसिस जैसी बीमारियों में शुरुआत में साफ लक्षण नहीं दिखते। पेट में भारीपन, खाना जल्दी न पचना या स्किन व आंखों में पीलापन दिखे तो तुरंत जांच करानी चाहिए। डॉ. विवेक वाराणसी के उपकार व मैक्सवेल हॉस्पिटल में परामर्श देंगे।
मेदांता लखनऊ के ये तीनों विशेषज्ञ हर महीने के चौथे बुधवार को वाराणसी में मरीजों को देखेंगे। इस ओपीडी सेवा से पूर्वांचल के लोगों को समय पर बीमारी की पहचान और इलाज का लाभ मिलेगा।