वाराणसी
काशी की महिला बंदियों के हाथों से बने दिये से जगमगायेगा अयोध्या का दीपोत्सव

वाराणसी। जिला कारागार वाराणसी की विचाराधीन महिला बंदियां इस बार दीपावली पर अयोध्या को रोशनी से नहलाने की तैयारी में जुटी हैं। जेल प्रशासन और यूथ विद ए मिशन एनजीओ के सहयोग से 20 से अधिक महिला बंदियां पिछले पांच दिनों से गाय के गोबर और गंगा की पवित्र मिट्टी से पारंपरिक दीये तैयार कर रही हैं। यही दीये 19 अक्टूबर को राम की नगरी अयोध्या में दीपोत्सव के दौरान जगमगाएंगे।
जेल अधीक्षक सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि महिला बंदियों ने इस वर्ष प्रतिज्ञा ली थी “शिव की नगरी से राम की नगरी को जोड़ना है।” इसी भाव से उन्होंने इन दियों के निर्माण की शुरुआत की। जेल प्रशासन और एनजीओ ने न केवल सहयोग किया, बल्कि इस पहल को बंदियों के पुनर्वास और आत्मनिर्भरता से भी जोड़ा।
महिला कैदियों का कहना है कि यह कार्य उनके लिए केवल परंपरा निभाने का नहीं, बल्कि समाज से जुड़ने का अवसर है। वे दिनभर मेहनत कर रोजाना 100 से अधिक दीये तैयार कर रही हैं, जिनसे अयोध्या का दीपोत्सव इस बार और भी भव्य दिखाई देगा।
जेल अधीक्षक के अनुसार, “इन दियों के निर्माण से महिला बंदियों को आत्मनिर्भरता का अनुभव मिलेगा। उन्हें यह एहसास हो सकेगा कि समाज से जुड़ने की राह जेल के भीतर से भी शुरू हो सकती है।”
काशी की इन महिला बंदियों के हाथों बने ये दिये जब राम की नगरी अयोध्या में जलेंगे, तो यह केवल रोशनी नहीं बल्कि उम्मीद, पुनर्वास और नई शुरुआत का प्रतीक होंगे।