वाराणसी
कर्मचारियों की नियुक्ति से पहले कराएं पृष्ठभूमि की जांच: पुलिस कमिश्नर

सुरक्षा, अतिक्रमण और साइबर अपराध पर व्यापारियों संग बैठक में दिए निर्देश
वाराणसी। व्यापारिक प्रतिष्ठानों में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने और साइबर अपराध से बचाव के लिए शनिवार को पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने व्यापारियों संग बैठक की। बैठक में उन्होंने साइबर अपराध के बढ़ते खतरों से सावधान करते हुए एक शॉर्ट वीडियो फिल्म के माध्यम से डिजिटल अरेस्ट, फिशिंग कॉल, ऑनलाइन ऑर्डर धोखाधड़ी, जॉब ऑफर और लॉटरी के नाम पर होने वाली ठगी के तरीकों की जानकारी दी।
सीपी मोहित अग्रवाल ने व्यापारियों को सतर्क रहने और डिजिटल लेनदेन के लिए सुरक्षित प्लेटफार्मों के इस्तेमाल की सलाह दी। उन्होंने कहा कि किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें और यदि साइबर अपराध का शिकार हो जाएं तो तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 या नजदीकी थाने पर संपर्क करें।

व्यापारिक प्रतिष्ठानों में उच्च गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरे लगाने, फुटपाथों और सड़कों पर अतिक्रमण न करने तथा निर्दिष्ट पार्किंग स्थलों का उपयोग सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिए गए। पुलिस आयुक्त ने स्पष्ट कहा कि अतिक्रमण से आम लोगों के आवागमन में बाधा आती है, इसलिए इस पर सख्ती से रोक लगाई जाएगी।
स्वर्ण व्यवसायियों को संदिग्ध व्यक्तियों से लेन-देन से बचने और हर सौदे से पहले दस्तावेजों की गहन जांच करने की सलाह दी गई। साथ ही कहा गया कि किसी भी कर्मचारी की नियुक्ति से पहले उसकी पृष्ठभूमि की जांच, पहचान पत्र और स्थानीय पते का सत्यापन अनिवार्य रूप से कराया जाए।
व्यापारियों को अपने प्रतिष्ठानों में अग्निशमन यंत्र और अन्य सुरक्षा उपकरण रखने के लिए भी प्रोत्साहित किया गया, ताकि किसी आकस्मिक घटना के समय तत्काल 대응 किया जा सके। पुलिस आयुक्त ने यह भी निर्देशित किया कि प्रत्येक माह थाना स्तर पर व्यापारियों के साथ संवाद बैठक का आयोजन हो, ताकि उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान किया जा सके।
इस अवसर पर एडिशनल पुलिस कमिश्नर (कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय) एस. चनप्पा, एडिशनल पुलिस कमिश्नर (अपराध) राजेश कुमार सिंह, डीसीपी यातायात अनिल यादव, डीसीपी वरुणा जोन प्रमोद कुमार, एडीसीपी वरुणा जोन नीतू और एडीसीपी क्राइम श्रुति श्रीवास्तव भी मौजूद रहीं।